
मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के लेनदेन खाते का आकार 31 मार्च, 2021 को समाप्त नौ महीने की अवधि में 6.99 प्रतिशत बढ़ा है। मुद्रा जारी करने के साथ-साथ मौद्रिक नीति और आरक्षित राशि प्रबंधन जैसी गतिविधियों में रिजर्व बैंक लगा रहता है। आरबीआई की 2020-21 की सालाना रिपोर्ट के अनुसार वर्ष के दौरान आय 10.96 प्रतिशत घटी जबकि व्यय 63.10 प्रतिशत कम हुआ। रिपोर्ट के अनुसार 2020-21 के दौरान आरबीआई के पास कुल अधिशेष 73.51 प्रतिशत बढ़कर 99,122 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले साल 57,127.53 करोड़ रुपए था। आरबीआई ने अपना वित्त वर्ष बदलकर अप्रैल-मार्च कर दिया है जो पहले जुलाई से जून था। यही वजह है कि केंद्रीय बैंक की 2020-21 की रिपोर्ट नौ महीने की अवधि जुलाई 2020 से मार्च 2021 पर जारी की गई है।रिजर्व बैंक के केंद्रीय निदेशक मंडल ने इसी महीने केंद्र सरकार को 99,122 करोड़ रुपए हस्तांतरित करने को मंजूरी दी। रिपोर्ट के अनुसार बही-खाते का आकार 31 मार्च, 2021 को 3,72,876.43 करोड़ रुपए यानी 6.99 प्रतिशत बढ़कर 57,07,669.13 करोड़ रुपए पर पहुंच गया जो 30 जून, 2020 को समाप्त वर्ष में 53,34,792.70 करोड़ रुपए था।