भोपाल । प्रदेश के  स्वास्थ्यमंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी से मांगों का ‎निराकरण करने आश्वासन ‎मिल ने के बाद संविदा स्वास्थ्यकर्मी काम पर लौट गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री से संगठन के प्रतिनिधि मंडल को 15 दिन के भीतर मांगों का निराकरण करने का आश्वासन दिया है। जिसके बाद हड़ताल स्थगित की है। संघ के प्रांतीय प्रवक्ता राकेश मिश्रा ने बताया कि स्वास्थ्यमंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी से उनके बंगले पर प्रतिनिधि मंडल में शामिल संघ के अध्यक्ष डॉ. सुनील यादव, कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भदौरिया, संयोजक अमिताभ चौबे व अन्य की चर्चा हुई हैं जिसमें मंत्री की तरफ से सभी मांगों का निराकरण 15 दिन के भीतर करने के आश्वासन दिए हैं। उसके बाद हड़ताल आगामी 15 दिनों के लिए स्थगित कर दी है। संघ की मांग है कि संविदा नीति 2018 लागू की जाए। इस नीति के तहत संविदा स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित पदों के समान 90 फीसद वेतन देने, भर्तियों में 20 फीसद आरक्षण देने समेत अन्य प्रविधान है। संघ की 2500 सपोर्ट स्टॉफ को आउटसोर्स से हटाकर संविदा पर लेने और निकाले गए संविदाकर्मियों को बहाल करने की मांगों पर भी निराकरण करने की बात हुई है। बता दें कि 21 हजार 500 संविदा स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल की वजह से प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं पर विपरित असर पड़ रहा है। कोरोना महामारी के संकटकाल में अचानक संविदा स्वास्थ्यकर्मियों के हडताल पर चले जाने से प्रदेश भर के सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था चरमरा गई थी। ‎विभाग के एसीएस की चेतावनी के बावजूद कर्मचारी काम पर नहीं लौटे रहे थे। बता दें ‎कि कर्मचारी संघ संविदा नीति 2018 लागू करने की मांग कर रहे हैं। इसमें संविदा स्वास्थ्य कर्मियों को नियमित पदों का 90 फीसद वेतन देने की बात है। भर्तियों में संविदाकर्मियों को 20 फीसद आरक्षण देने की मांग है। सपोर्ट स्टॉफ की सेवाएं आउटसोर्स से हटाकर संविदा पर लेने की मांग है।