शिवपुरी: मध्यप्रदेश पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा 2023 में कथित रूप से फर्जीवाड़ा कर नियुक्ति पाने वाले दो एसएएफ जवानों के खिलाफ सतनवाड़ा थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. लेकिन अभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई. क्योंकि पुलिस अभी दोनों जवानों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन करवा रही है. अगर वेरिफिकेशन में गड़बड़ी पाई जाती है तो दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा.
प्रारंभिक जांच में फिंगरप्रिंट मिसमैच
मामले के अनुसार वर्ष 2023 में एसएएफ की 18वीं बटालियन शिवपुरी में आरक्षक और रेडियो पद के लिए भर्ती परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें घाटीगांव के भंवरपुरा के जखौदा गांव के निर्भय पुत्र सुघर सिंह गुर्जर और डबरा के रजियादार निवासी भूपेंद्र सिंह पुत्र रामलखन सिंह गुर्जर भी शामिल हुए. दोनों ने लिखित और शारीरिक परीक्षा दी. इस दौरान लगाए गए आधार कार्ड के फिंगरप्रिंट और शारीरिक परीक्षा में लगाए गए फिंगरप्रिंट में अंतर पाया गया. दरअसल ये गड़बड़ी पुलिस मुख्यालय ने पकड़ी. जब दोनों फोटो का मिलान किया तो ये मिसमैच पाए गए.
दोनों एसएफ जवान शिवपुरी में तैनात हैं
इस दौरान दोनों की तैनाती शिवपुरी की 18वीं वाहिनी में पदस्थापना हो चुकी थी. पुलिस मुख्यालय से मिले निर्देशों के बाद सतनवाड़ा थाना पुलिस ने दोनों जवानों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं कूटरचित दस्तावेज तैयार करने के मामले में एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपितों के दस्तावेजों का वेरिफिकेशन शुरू कर दिया है. सभी दस्तावेजों का दोबारा परीक्षण किया जा रहा है. साथ ही दोनों जवानों से फिंगर प्रिंट मिसमैच होने को लेकर पूछताछ भी की गई है.
पुलिस को एग्जाम में सॉल्वर बिठाने का शक
पुलिस को संदेह है कि यह मामला सॉल्वर के जरिए परीक्षा पास करने का हो सकता है. क्योंकि शारीरिक परीक्षा में इनके मूल फिंगरप्रिंट है. यह बदलाव शारीरिक परीक्षा से पहले कराया गया. क्योंकि इसका रिकार्ड आधार केंद्र से निकलवाया गया है. अभी प्रथम दृष्टया गड़बड़ी दिखाई देने पर मामला दर्ज कर लिया गया है. इस मामले में शिवपुरी एसपी अमन सिंह राठौड़ का कहना है "वेरिफिकेशन में गड़बड़ी पाए जाने पर दोनों जवानों की गिरफ्तारी की जाएगी."