भोपाल: मध्य प्रदेश और राजस्थान के बीच नया रेल मार्ग बनकर तैयार हो गया है। इससे इन दोनों राज्यों के यात्रियों को फायदा होगा। कोटा-श्योपुर-ग्वालियर की 284 किलोमीटर लंबी नई बड़ी रेल लाइन परियोजना से कोटा जिले के कई गांव सीधे रेल सेवा से जुड़ जाएंगे। सरकार ने इस परियोजना के लिए 374.70 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया है। कोटा-श्योपुर कलां नई रेल लाइन के लिए 583.84 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। 

दरअसल ग्वालियर-श्योपुर-कोटा ब्रॉडगेज रेलवे लाइन परियोजना पर काम शुरू हो चुका है। ग्वालियर और श्योपुर के बीच 190 किलोमीटर नैरोगेज ट्रैक को ब्रॉडगेज में बदलने का काम किया जा रहा है। श्योपुर और कोटा के बीच ब्रॉडगेज लाइन बिछाने की तैयारी की जा रही है। श्योपुर और कोटा के बीच ब्रॉडगेज लाइन बिछाने के लिए सर्वे का काम पहले ही पूरा हो चुका है। जिसे रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। अब यह सर्वे दूसरी बार भेजा गया है। हालांकि रेलवे बोर्ड ने पहले आपत्ति जताई थी। जिसे अब सुधार कर दोबारा बोर्ड को भेजा गया है। बोर्ड ने श्योपुर से कोटा की दूरी कम करने यानी दूसरी जगह से लाइन निकालने की बात कही थी। इसके बाद दोबारा सर्वे कराकर रिपोर्ट भेजी गई है। 

श्योपुर से कोटा के बीच करीब 103 किलोमीटर क्षेत्र में बिछाई जाने वाली बड़ी रेल लाइन पर कोटा जिले में 8 स्टेशन होंगे। जिसमें पीपल्दा, गणेशगंज, दोस्तपुरा, बड़ौद, उम्मेदपुरा, सुल्तानपुर स्टेशन बनेंगे। जबकि दीगोद और मोतीपुरा चौकी पहले से ही इस रूट पर स्टेशन हैं। कोटा रेल मंडल के सीनियर डीसीएम सौरभ जैन के अनुसार ग्वालियर-श्योपुर-कोटा बड़ी रेल लाइन परियोजना का सर्वे रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। मुख्यालय से अलाइनमेंट और डीपीआर की मंजूरी मिल गई है। कार्य का एस्टीमेट मंजूरी के लिए रेलवे बोर्ड को भेज दिया गया है। ग्वालियर से श्योपुर तक छोटी लाइन की जगह बड़ी लाइन बिछाने का प्रोजेक्ट 7 साल पहले 2018 में शुरू हुआ था और इसे 2025 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। अभी तक प्रोजेक्ट में ग्वालियर से कैलारस तक मेमू ट्रेन चल रही है। अब इसे श्योपुर तक बढ़ाने का काम चल रहा है।