प्रदेशभर के आयुर्वेदिक चिकित्सालय, औषधालयों में अब दवाइयों की कमी नहीं रहेगी। दवाइयों की मांग के अनुरूप अब बफर स्टॉक तैयार किया जाएगा। आयुर्वेद विभाग की ओर से पहले चरण में 45 करोड़ की आयुर्वेदिक दवाइयों की सप्लाई मंगलवार से शुरू की जाएगी।
कोरोना के बाद आयुर्वेद के प्रति विश्वास बढ़ने एवं बीमारी को जड़ से खत्म करने में आयुर्वेदिक औषधियों की डिमांड बढ़ी है। प्रदेश की चार फार्मेसी से दवाइयों की सप्लाई प्रदेशभर में की जाएगी। करीब 45 करोड़ की दवाइयों से किसी भी आयुर्वेदिक चिकित्सालय, औषधालयों में कमी नहीं रहेगी। अजमेर में कायड़, भीलवाड़ा, जोधपुर, सीकर, चुरू, झुंझुनूं में एकीकृत चिकित्सालय चिकित्सालय हैं।
यहां सर्वाधिक 106 तरह की दवाइयों का स्टॉक रहता है। पहले चरण में दवाइयों की सप्लाई के बाद जैसे-जैसे दवाइयों की डिमांड शुरू होगी, फार्मेसी में बफर स्टॉक तैयार किया जाएगा। इसमें यह भी चिह्नित किया जाएगा कि किस दवाई की अधिक डिमांड आ रही है। बफर स्टॉक में संबंधित जिले में 7 दिन में दवाइयों की सप्लाई हो जाएगी, ताकि रोगी को बैरंग ना लौटना पड़े।

यह चार फार्मेसी यहां करेगी सप्लाई
अजमेर: अजमेर, ब्यावर, जयपुर ए, जयपुर बी, झुंझुनूं, सीकर, टोंक।
जोधपुर: जोधपुर, पाली, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू।
उदयपुर: उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा।
भरतपुर: भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाईमाधोपुर, कोटा, बूंदी, झालावाड़, बारां, दौसा, अलवर।