
भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी हुई है. उस पर करीब 14 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है. साल 2018 से वो भारत की जांच एजेंसियों को चकमा दे रहा है. गिरफ्तारी के बाद अब एक और मामले में उसकी मुसीबत बढ़ने वाली है. गुजरात के भावनगर निवासी दिग्विजय जडेजा के आरोप पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. दिग्विजय का आरोप है कि उन्होंने चौकसी की कंपनी के पास निवेश के तौर पर 106 किलो सोना रखा था. करोड़ों रुपये कीमत के सोने के बदले में उन्हें महज 18 लाख रुपये ही दिए गए थे.
बता दें कि भगोड़े हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी के बाद भारत लाने के प्रयास तेज भी हो गए हैं. केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार को कहा कि मोदी सरकार भ्रष्टाचार और आर्थिक अपराधों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति पर काम कर रही है. चोकसी को जल्द भारत वापस लाने की दिशा में कदम उठाए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बात पर जोर देते रहे हैं कि देश की संपत्ति लूटने वाले भगोड़ों को वापस लाया जाएगा और जनता का पैसा उन्हें लौटाया जाएगा.
पंकज चौधरी ने और क्या कहा?
वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि चोकसी की गिरफ्तारी इसी दिशा में की गई कार्रवाई का हिस्सा है. सूत्रों का कहना है कि चोकसी को सीबीआई और ईडी द्वारा किए गए प्रत्यर्पण अनुरोध के आधार पर बेल्जियम में गिरफ्तार किया गया. वो इलाज के नाम पर बेल्जियम गया था और वहीं रुक गया. इससे पहले वह 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था. मेहुल चोकसी, नीरव मोदी का मामा है.
कानून मंत्री अर्जुन मेघवाल का बयान
इससे पहले कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने रविवार को कहा था कि मेहुल चोकसी की बेल्जियम में गिरफ्तारी मोदी सरकार की कूटनीति की जीत है.यह देश के लिए गर्व की बात है. मेहुल चोकसी की गिरफ्तारी नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की सफल कूटनीति की वजह से ही संभव हो सकी है.