तिरूवनंतपुरम : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि मौजूदा सरकार के सत्तासीन होने के बाद से देश में सांप्रदायिक हिंसा में बढ़ोतरी हुई है।
    
केंद्र की सत्ता से कांग्रेस के दूर होने के बाद पहली बार पार्टी के मंच से बोलते हुए सोनिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और देश के दूसरे हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा का बार बार होना गहरी चिंता का विषय है। सोनिया के इस बयान से कुछ दिनों पहले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक संघर्ष को सोची-समक्षी रणनीति के तहत कराया गया।
    
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से आयोजित एक विशेष सम्मेलन को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा, केंद्र में भाजपा नीत सरकार के सत्तासीन होने के बाद से देश में सांप्रदायिक हिंसा में बढ़ोतरी हुई है। यह सब जनता को बांटने के लिए जानबूझकर किया गया है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक हिंसा की 600 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं और शायद महाराष्ट्र में भी इतनी ही है। संप्रग-1 और संप्रग-2 के समय बहुत कम ऐसी घटनाएं होती थीं।
    
कांग्रेस अध्यक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि वह गाजा पर इस्राइली हमले को लेकर फलस्तीनी जनता के साथ पर्याप्त रूप से एकजुटता प्रकट में करने में नाकाम रही है। गाजा मामले पर लोकसभा में प्रस्ताव पारित करने के प्रति सरकार की अनिच्छा को लेकर उस पर निशाना साधते हुए सोनिया ने कहा, इसने लोगों की पीड़ा के प्रति देश की प्रतिक्रिया को मौन कर दिया और फलस्तीनी की जनता के साथ एकजुटता प्रकट करने की पुरानी परंपरा तथा आसपास के दो देशों के शांति एवं सदभाव के साथ रहने के दष्टिकोण के साथ विश्वासघात किया।
    
उन्होंने सामाजिक सदभाव और शांति के लिए बीते नौ अगस्त से हिंसा छोड़ो सप्ताह शुरू करने पर कांग्रेस की केरल इकाई की सराहना करते पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं धर्म निरपेक्षता को मजबूत करने के लिए वे सकारात्मक अभियान चलाएं।
    
सोनिया ने कहा कि जवाहरलाल नेहरू की 125वीं जयंती के मौके पर इस तरह के अभियान शुरू किए जा सकते हैं। पिछले सप्ताह राहुल ने देश में सांप्रदायिक हिंसा का मुद्दा उठाते हुए लोकसभा अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए थे। भाजपा ने राहुल पर पटलवार करते हुए कहा था कि कांग्रेस सांप्रदायिक राजनीति कर रही है और उनका बयान इसी सोच को दर्शाता है। कांग्रेस अध्यक्ष ने महिलाओं के खिलाफ अपराध के बढ़ने पर भी चिंता जताई।