लखनऊ। कानपुर के हाई प्रोफाइल ज्योति हत्याकांड के मामले में जल्द तथा सही न्याय पाने की अपेक्षा में आज ज्योति के पिता जबलपुर निवासी शंकर नामदेव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलेंगे। ज्योति की हत्या के मामले में आरोपी पति पीयूष श्यामदसानी और उसकी प्रेमिका मनीषा मखीजा का रिमांड कल पुलिस को नहीं मिल सका। इनको रिमांड पर लेने पर आज सुनवाई होगी। पुलिस ने पीयूष का प्रेमिका मनीषा से आमना-सामना कराने के लिए रिमांड के लिए अदालत में अर्जी दी है।
ज्योति श्यामदसानी की हत्या के 17 दिन बाद उसके पिता शंकर नागदेव बेटी को न्याय दिलाने के लिए आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलेंगे। शंकर नागदेव के अनुसार मुख्यमंत्री के ओएसडी से उनकी बात हो गई है और उन्हीं के बुलावे पर जा रहे हैं। कल कानपुर में शंकर नागदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनसे कहा था कि वह भी एक बेटी के पिता हैं और उन्हें न्याय दिलाएंगे। इसी कारण वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की हैसियत से नहीं बल्कि एक बेटी के पिता अखिलेश यादव से मिलने जा रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि कानपुर के अधिकारियों ने जो सहयोग दिया वह सुकून देने वाला है लेकिन अभी इससे पूरी तरह संतुष्ट नहीं हैं। जब तक आरोपियों को फांसी की सजा नहीं हो जाती वह चुप नहीं बैठेंगे। कानपुर के एक राज्यमंत्री और नेता का नाम लेते हुए कहा उन्होंने कि इन दोनों की कार्यप्रणाली ने ही मुख्यमंत्री से मिलने के लिए मजबूर किया है। वह मुख्यमंत्री से मिलकर इनकी सारी गतिविधियों के बारे में बताएंगे। बेटी को न्याय दिलाने की उनकी मुहिम में जो भी सामने आएगा वह उनका दुश्मन होगा। कानपुर आगमन पर उनके समधी ओम प्रकाश से किसी प्रकार के संपर्क व बातचीत के बारे में जब उनसे पूछा गया तो शंकर नागदेव ने कहा कि जिन्होंने बेटी को मार डाला उनसे रिश्ता रखना बेटी का अपमान होगा।
मनीषा की रिमांड पर आज सुनवाई
ज्योति हत्याकांड में आरोपी पति पीयूष श्यामदसानी और उसकी प्रेमिका मनीषा मखीजा का रिमांड कल पुलिस को नहीं मिल सका। इनको रिमांड पर लेने पर आज सुनवाई होगी। पीयूष का प्रेमिका मनीषा से आमना-सामना कराने के लिए पुलिस ने रिमांड के लिए अदालत में अर्जी दी है। विवेचक एसओ स्वरूप नगर शिव कुमार राठौर के अनुसार अर्जी पर कल बहस नहीं हो सकी। अब रिमांड अर्जी पर आज बहस होगी। आईजी जोन आशुतोष पांडेय ने बताया कि रिमांड मिलने के बाद मनीषा और पीयूष को एक साथ बैठाकर सवाल जवाब किए जाएंगे। ज्योति के पिता शंकर नागदेव ने सोमवार को आईजी जोन आशुतोष पांडेय व एसएसपी केएस इमेनुएल से मुलाकात की। उन्होंने हत्याकांड की विवेचना कर रही टीम से भी इस हत्याकांड की जांच प्रगति के बारे में जानकारी जुटाई।
आरोपियों ने बरामदगी को बताया गलत
ज्योति के हत्यारोपियों ने पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान उनसे दिखाई गई सारी बरामदगी को गलत बताया था। कल मामले की सुनवाई करते हुए अदालत ने विवेचक को पक्ष रखने के लिए 13 अगस्त को तलब किया है। जिला कारागार में बंद ज्योति हत्यारोपियों का पुलिस ने 6 अगस्त को कस्टडी रिमांड लिया था। पुलिस ने कस्टडी के दौरान हत्यारोपियों से साक्ष्य के रूप में चाकू व हत्या में प्रयुक्त वाहन आदि बरामद किया था। अदालत में पेशी के दौरान हत्यारोपी अवधेश, रेनू और सोनू की ओर से इन साक्ष्यों की बरामदगी को गलत बताते हुए अदालत में अर्जी दी गई थी। अधिवक्ता संजीव तिवारी ने बताया कि अदालत ने उन्हें कस्टडी रिमांड के दौरान हत्यारोपियों के साथ नियत दूरी पर रहने का आदेश दिया था लेकिन पुलिस ने आसपास भी भटकने नहीं दिया था, जो बरामदगी की वह भी नहीं बताई और न ही सूचना दी। इन परिस्थितियों में उन्होंने बरामदगी साक्ष्य को गलत बताया था। अधिवक्ता के मुताबिक अदालत ने विवेचक से रिपोर्ट मांगी है।