खंडवा मप्र सरकार में वन मंत्री विजय शाह के क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाएं वेंटिलेटर पर हैं। मंत्री ने अपने विस क्षेत्र को नई एंबुलेंस की सौगात दिलाने की घोषणा महंगी पड़ गई। घोषणा के बाद स्वास्थ्य विभाग ने विधानसभा मुख्यालय पर पुरानी एंबुलेंस भेज दी। उसका शुभारंभ भी मंत्री के हाथों से कराया। एंबुलेंस स्टार्ट करने के लिए मंत्री को धक्का लगाना पड़ा, लेकिन वह स्टार्ट नहीं हुई। कंडम एंबुलेंस देख मंत्री अफसरों पर नाराज हुए। वहीं, सीएमएचओ का कहना है कि शासन के पास जो एंबुलेंस उपलब्ध थी वह भेज दी।

मामला खंडवा जिले के हरसूद विधानसभा क्षेत्र का है। यहां से विधायक विजय शाह प्रदेश सरकार में वन मंत्री है। आदिवासी बहुल क्षेत्र हरसूद से वे सालों से विधायक और फिर शिवराज कैबिनेट में मंत्री रहते आए है। ऐसे वरिष्ठ मंत्री की घोषणा को उन्हीं के अफसरों ने अनदेखा कर दिया। वे खंडवा जिले के कोविड प्रभारी मंत्री है और संक्रमण से निपटने तमाम तैयारियों में लगे हुए हैं।

पिछले दिनों मंत्री शाह ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए नई एंबुलेंस की घोषणा की थी। बुधवार की शाम वे अपने क्षेत्र के लिए निकले तो इससे पहले स्वास्थ्य विभाग ने वहां एंबुलेंस भेज दी। एंबुलेंस नई की बजाय पुरानी थी। मंत्री की नाराजगी के बाद अफसरों ने उन्हें समझाया फिर मंत्री ने एंबुलेंस को धक्का लगाया तो वह स्टार्ट नहीं हुई। इस दौरान खंडवा कलेक्टर सहित स्वास्थ्य विभाग के आला-अफसर उनके साथ मौजूद थे।

मंत्री से शुभारंभ कराते सीएमएचओ डॉ. डीएस चौहान

जो उपलब्ध थी वह हमने भेज दी

एनएचएम (नेशनल हेल्थ मिशन) के जारी टेंडर अनुसार मप्र में 108 एंबुलेंस सेवा का सुचारू संचालन का जिम्मा जिगित्सा हेल्थ केयर को दिया गया है। मंत्री के आदेश पर कंपनी को ही हरसूद में नई एंबुलेंस भेजना थी लेकिन कंपनी ने अपने पास उपलब्ध पुरानी एंबुलेंस भेज दी थी। मंत्री ने नाराजगी जताई तो हमने उसके बदले जिला अस्पताल की एक एंबुलेंस हरसूद भेजी है।

डॉ. डीएस चौहान, सीएमएचओ खंडवा