
विधायक आरिफ मसूद ने लोगों से सरकार की नीतियों के विरोध में गुरुवार को काले झंडे लगाने की थी अपील
राजधानी में सरकार की नीतियों के खिलाफ लोगों ने विरोध के रूप में लगाए काले झंडे गुरुवार रात में ही पुलिस और नगर निगम ने निकाल दिए। कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने बुधवार को लोगों से बढ़ती महंगाई और बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर घर-दुकान के आगे काले झंडे लगाने की अपील की थी।
रात में ही लोगों ने जहांगीराबाद, शबबन चौराहा, जिंसी, चिकलोद रोड, बरखेडी, छावनी, मंगलवारा, घोड़ा नक्कास, इवारा, बुधवारा, इब्राहिम पुरा, कमला पार्क के घरों और दुकानों पर झंडे लगाए। इनको रात में ही पुलिस और नगर निगम निकालते नजर आई।
इस मामले में विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि क्या सरकार का कोई शांतिपूर्वक विरोध नहीं कर सकता। क्या प्रदेश में इमरजेंसी लगा दी गई है या फिर लोगों से उनके संवैधानिक अधिकार को छीन लिया गया है। सरकार को इसका जवाब देना चाहिए। हम सरकार के लोगों की बात को दबाने के कार्य की निंदा करते है।
सरकार से महंगाई बढ़ने पर सवाल न पूछे
विधायक आरिफ मसूद ने बुधवार को कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं विफल रहने, रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कालाबाजारी, बेड, ऑक्सीजन को लेकर जनता के परेशानी सहित कई मुद्दे उठाए और सरकार से सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में महंगाई बढ़ने को लेकर सरकार से सवाल नहीं पूछ सकती। जनता महंगाई से त्रस्त है। आम जनता को अपना जीवन यापन करना दूभर हो रहा है। खाने का तेल पिछले लॉकडाउन में 85 रुपए था। इस बार 160 रुपए से ऊपर पहुंच गया था। दाले 130 रुपए किलो पहुंच गई है। गैस, पेट्रोल-डीजल के दाम भी लगातार बढ़ रहे है।
सरकार जारी करे आर्थिक पैकेज
विधायक ने कहा कि लॉकडाउन में रोजगार-काम धंधे सब बंद है। इसके बावजूद महंगाई बढ़ती जा रही है। हमारी मांग है कि सरकार मध्य वर्ग के लिए आर्थिक पैकेज जारी करें। लोगों को नि:शुल्क इलाज उपलब्ध कराएं।