
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यों और जिलों के फील्ड ऑफिसर्स के साथ बैठक कर रहे हैं। इस दौरान कोरोना के हालात और इससे निपटने के उनके अनुभवों पर चर्चा की। उन्होंने फील्ड ऑफिसर्स से कहा कि कई गांवों ने अपने यहां आना-जाना बहुत अच्छी तरह मैनेज किया है। एक-दो लोग बाहर जाकर चीजें लाते हैं और गांवों में बांटते हैं। बाहर से आने वालों की भी व्यवस्था करते हैं। कोरोना के खिलाफ इस युद्ध में आपकी बहुत अहम भूमिका हैं। आप युद्ध के विंग कमांडर हैं। किसी भी युद्ध में होता है कि कई कमांडर कई योजनाओं को मूर्त रूप देते हैं। लड़ाई लड़ते हैं और हालात के हिसाब से फैसला करते हैं। आप भारत की लड़ाई के महत्वपूर्ण फील्ड कमांडर हैं।
उन्होंने कहा कि वायरस के खिलाफ हमारे हथियार लोकल कंटेनमेंट जोन, एग्रेसिव टेस्टिंग, लोगों तक सही और पूरी जानकारी पहुंचाना है। हॉस्पिटल में बेड कहां और कितने हैं, लोगों को सहूलियत पहुंचाएंगे। कालाबाजारी करने वालों पर सख्त कार्रवाई हो। फ्रंट लाइन वर्कर्स का मनोबल ऊंचा रखना। फ्रंट लाइन वर्कर्स को आपके कामों से प्रेरणा मिलती है और उनका भरोसा मिलता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के मुताबिक, बैठक में कर्नाटक, बिहार, असम, चंडीगढ़, तमिलनाडु, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, गोवा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं।
मोदी के संबोधन की अहम बातें
हर जिले के अपने अलग चैलेंज
आप लोगों से निवेदन है कि आपने जो अच्छा किया है, वो मुझतक पहुंचाइए। मैं दूसरी जगहों पर उन्हें लागू करना निश्चित करूंगा। ये चीजें देश के काम आएंगी। आपके प्रयासों की मैं प्रशंसा करता हूं। हमारे देश में जितने जिले हैं, उतनी ही अलग-अलग चुनौतियां भी हैं। हर जिले के अपने अलग चैलेंज हैं।
गांवों से कोरोना को दूर रखना होगा
आप अपने जिलों के चैलेंज को बहुत बेहतर तरीके से समझते हैं। जब आपका जिला जीतता है तो देश जीतता है। जब आपका जिला कोरोना को हराता है तो देश कोरोना को हराता है। हम इसलिए कहते हैं कि मेरा गांव मैं कोरोना मुक्त रखूंगा, कोरोना को नहीं घुसने दूंगा। गांव के लोग ये संकल्प लें।
पॉलिसी को लेकर आपको खुली छूट
अगर आपको लगता है कि सरकार द्वारा बनाई पॉलिसी में जिला स्तर पर इनोवेशन की जरूरत है और पॉलिसी को मजबूती मिलेगी तो मेरी तरफ से आपको खुली छूट है कि आप इनोवेशन करिए। अगर आपको लगता है कि आपके इनोवेशन देश या प्रदेश के लिए फायदेमंद हैं तो आप उसे सरकार तक पहुंचाइए। आप अपने अनुभव के आधार पर पॉलिसी में बदलाव की जरूरत लगती है तो उसे भी हम तक पहुंचाइए।
हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत
आपके बहुत से साथी ऐसे जिलों में होंगे, जहां कोरोना संक्रमण पीक पर पहुंचने के बाद अब कम हो रहा है। उनके अनुभवों से सीखकर आप अपने जिलों में अपनी रणनीति मजबूत करेंगे तो कोरोना के खिलाफ लड़ाई मजबूत होगी। कई राज्यों में संक्रमण के आंकड़े कम हो रहे हैं तो कई राज्यों में बढ़ भी रहे हैं। कम होते आंकड़ों के बीच हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।
हमारी जिम्मेदारी हर एक जीवन बचाने की है
एक साल से जो बैठकें ले रहा हूं, उसमें यही कह रहा हूं कि हमारी जिम्मेदारी हर एक जीवन बचाने और संक्रमण को रोकने की है। ये तभी संभव है, जब संक्रमण के फैलाव की सही जानकारी हो। ट्रैकिंग, ट्रेसिंग, इलाज और कोविड बिहेवियर पर ध्यान देने की जरूरत है। ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत ध्यान देना है। इसमें आपका अनुभव बहुत काम आने वाला है। गांव में जागरूकता बढ़ानी है और उन्हें कोविड इलाज से जोड़ना है।