उत्‍तर प्रदेश के अयोध्या के सरयू नदी के तट पर घड़ियाल देखे जाने से हड़कंप मचा है. घड़ियाल पिछले कई दिनों से सरयू नदी के जल धारा में घूमता हुआ देखा जा रहा है और यह स्नान घाटों पर बहुत ही करीब है हालांकि लॉकडाउन लगा हुआ है इस वजह से न तो श्रद्धालु आ रहे हैं और ही घाटों पर कोई स्न्नान कर रहा है नहीं तो कोई भी बड़ी घटना घट सकती है. मंदिरों में सरयू जल की आवश्यकता जरूर होती है, जिस वजह से भोर से ही राम नगरी के संत महंत सरयु जल लेकर मंदिर आते हैं और फिर भगवान को स्नान कराते हैं सरयू जल लेने जाने वाला व्यक्ति सरयु में स्नान करता है.

अयोध्या के संत समाज और प्रत्यक्षदर्शियों ने जब से घाट के किनारे घड़ियाल को विचरण करते देखा है, तब से सभी में भय का माहौल है संतों ने भी वन विभाग से अपील की है कि घड़ियाल को पकड़कर के कहीं सुरक्षित स्थान पर छोड़ दे. साथ ही संतों ने अपील की है कि घाट पर स्नान करने वाले लोग सतर्क होकर ही सहयोग में प्रवेश करें क्योंकि सरयू नदी की जलधारा में घड़ियाल देखे जाने की सूचना है.

प्रत्यक्षदर्शी रितेश मिश्रा ने बताया कि लक्ष्मण किला के सामने के घाट पर घड़ियाल देखा गया है. इस घाट पर स्थानीय लोग ज्यादातर मंदिरों में पूजन के लिए सरयू जल लेने आते हैं साथ ही स्नान भी करते हैं घड़ियाल देखने जाने के बाद आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है. अभी श्रद्धालु सरयू स्नान नहीं कर रहे हैं सरयू आरती स्थल के समीप लोग लौटे से सुरक्षित रहते हुए स्नान कर रहे हैं वन विभाग घड़ियाल को पकड़ कर के सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दे.

वहीं स्थानीय संत महंत भी घड़ियाल की सूचना पर दहशत में है संतों ने प्रशासन से मांग की है कि वन विभाग के सहयोग से घाट के किनारे विचरण कर रहे घड़ियाल को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए, जिससे कि किसी तरीके का खतरा ना हो. क्योंकि अयोध्या के मंदिरों में सुबह भगवान के स्नान के लिए सरयू जल लेने मंदिरों से संत पहुंचते हैं और यह संत सरयू में स्न्नान भी करते हैं सुबह 4:00 बजे से ही घाटों पर मंदिरों के लिए जल लेने वाले संत पहुंचने लगते हैं. ऐसे में बड़ी चूक ना हो कोई हादसा न हो इसके लिए सजग हैं संतों ने सभी संतो से भी अपील की है कि सरयू में लोग सतर्क होकर जाएं और प्रशासन से मांग की है कि घड़ियाल को पकड़वा करके सरयू से दूर कहीं दूसरी जगह पर छोड़ा जाए.