
नई दिल्ली : पटना में भगदड़ में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत पर शोक प्रकट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में मरने वाले लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की। उन्होंने प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से गंभीर रूप से घायल प्रत्येक व्यक्ति के लिए 50-50 हजार रुपये स्वीकृत किए।
मोदी ने टेलीफोन पर बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से बातचीत की और पटना के गांधी मैदान में भगदड़ से पैदा हुई स्थिति की समीक्षा की। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज रात बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से दशहरे के मौके पर पटना के गांधी मैदान के बाहर मची भगदड़ की घटना के संबंध में बात की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी दशहरा उत्सव के दौरान मची भगदड़ में लोगों के मारे जाने की घटना पर ‘शोक और अफसोस’ जाहिर किया है। कांग्रेस ने यहां एक बयान में बताया, ‘दुर्भाग्यपूर्ण हादसे से दुखी सोनिया गांधी ने उम्मीद जतायी है कि घायलों के उपचार की उचित व्यवस्था की गयी होगी। उन्होंने मृतकों के परिजन के प्रति संवेदना जाहिर की।’
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने घटना पर दुख व्यक्त किया और हादसे को रोकने के उपाय करने में कथित तौर पर नाकाम रहने का आरोप लगाते हुए बिहार की जदयू सरकार पर हमला बोला। पासवान ने कहा कि बिहार में छठ पूजा के दौरान इसी तरह की घटनाएं हुई थीं पर राज्य सरकार इससे ‘सबक सीखने में नाकाम रही। बिहार से सांसद और केंद्रीय मंत्री पासवान हालात का जायजा लेने के लिए पटना का दौरा करेंगे।
जदयू प्रमुख शरद यादव ने भरोसा दिलाया कि उनकी पार्टी की अगुवाई वाली राज्य सरकार घटना की जांच करेगी और पर्याप्त एहतियाती उपाय करने में नाकामी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी। हादसे पर दुख जताते हुए यादव ने कहा, ‘घटना की जांच की जाएगी और जिनकी शिथिलता एवं लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ है, उन्हें कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।’
गौरतलब है कि दशहरा के उत्सव के तुरंत बाद पटना के गांधी मैदान के नजदीक शुक्रवार शाम मची भगदड़ में 32 लोगों की मौत हो गई जबकि अनेक लोग घायल हुए हैं। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।