
नई दिल्ली । कोरोना काल के बीच इस बार ईद उल फितर का त्योहार मनाया जा रहा है। ईद के पर्व से पहले देश में कोरोना को देखते हुए उलमा भी संजीदा हैं। सुन्नी उलमा के साथ शिया धर्मगुरु ने भी मुसलमानों से अपील करते हुए ईद को बेहद सादगी से मनाने की बात कही है। उलमा ने कहा है कि इस ईद अपने से ज्यादा दूसरों की खुशियों का ध्यान रखें। शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद नकवी ने लोगों से अपील की कि इस साल कोरोना महामारी को देखते हुए सादगी के साथ ईद मनाई जाये। मौलाना ने कहा की ईद के दिन गरीबों और जरूरतमंदो का खास ख्याल रखें और उनकी मदद करें ताकि वो खुद को अकेला महसूस न करें। मौलाना ने कहा की ईद की नमाज घरो में पढ़ी जाये ताकि आपकी जान सुरक्षित रहे। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि ईद सादगी से मनाएं नये कपड़े न सिलवाएं बल्कि जो सबसे बेहतर कपड़ा हो उसी को पहन कर नमाज अदा करें। मौलाना ने ईद के बजट का 50 प्रतिशत गरीबों और जरूरतमन्दों में बांटने का आवाहन किया। मौलाना ने कहा कि ईद के दिन गुस्ल करना, अच्छे कपड़े पहनना, खुशबू तेल, और सुर्मा लगाना और खुजूर खाना सुन्नत है,इसलिए इन चीज़ों का एहतिमाम किया जाए। कोरोना को रोकने के लिए लाकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। इदारा ए शरइया फिरंगी महल के अध्यक्ष मुफ्ती इरफान मियां फरंगी महली ने भी ईद सादगी से मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि अल्लाह सखावत करने वाले का दोस्त बन जाता है लिहाजा ईद में ज्यादा से ज्यादा गरीबों की मदद करें। कोविड 19 की गाइडलाइन पर अमल जरूर करें। खासतौर से औरतें और बच्चों को बाजार में इकट्ठा होने के लिए मना करें। घर के पुराने रखें कपड़ों में जो साफ-सुथरे और बेहतर कपड़ेहों वही पहनकर ईद की खुशियां मनाएं और जो पैसे बचें वह अल्लाह के गरीब बंदों और परेशान हाल बीमारों और मदरसों के गरीब बच्चों पर खर्च करें। कोरोना के खात्मे की दुआ करें।