राजधानी भोपाल में लगातार मौसम में उतार-चढ़ाव जारी है। कभी बारिश तो कभी तेज धूप और गर्मी। मौसम में बदलाव के चलते बच्चों में बीमारी तेजी से बढ़ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि सबसे ज्यादा डायरिया से पीड़ित बच्चे अस्पताल में पहुंच रहे हैं। साथ ही सर्दी, जुकाम जैसी बीमारियों से पीड़ित बच्चे लेकर माता-पिता अस्पताल पहुंच रहे हैं। राजधानी भोपाल के जिला अस्पताल जेपी में बच्चा वार्ड में पी-आईसीयू के बेड फुल हो गए हैं। अगर आगे मरीज बढ़ाते हैं तो उन्हें हमीदिया या एम्स रेफर किया जाएगा।
गौरतलब है कि राजधानी भोपाल में इन दिनों भीषण गर्मी पड़ रही है। छोटे बच्चों में वायरल के साथ उल्टी दस्त और पानी की कमी के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं। साथ ही बड़ों में भी गले में खराश, जुकाम, खासी, बदन दर्द और बुखार, अस्थमा अटैक जैसे मामले बढ़ रहे हैं।
माता-पिता बच्चों का रखें विशेष ख्याल
हमीदिया अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. राजेश टिक्स ने बताया कि कुछ दिनों से बच्चों की ओपीडी संख्या तेजी से बढ़ रही है। इसमें डायरिया की संख्या ज्यादा है। इसके अलावा बच्चों में वायरल, निमोनिया और उल्टी दस्त के आ रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे गर्मी से हो रहे हैं। यह सीजनल रोग है, इसमें सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। डॉ. राजेश टिक्स ने बताया कि इसके लिए बच्चों के माता-पिता को विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। अपने बच्चों को बाहर लेकर नहीं जाएं। साथ ही ओआरएस का सेवन कराएं।
समय-समय पर बच्चों को पानी पिलाएं, जिससे उन में पानी की कमी न हो सके। कमरे के तापमान को सामान्य बनाए रखें। रात को तेज ऐसी में बच्चों को न सुलाएं। बच्चों का स्वास्थ्य जरा सा भी बदलाव देखे तो डाक्टर को दिखाएं, जिससे समय रहते बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
पी-आईसीयू में बढ़ाएं बेड
जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने बताया कि सामान्य वार्ड में बेड अभी खाली है। लेकिन पीआईसीयू में बच्चों की संख्या ज्यादा होने से बेड फुल हो गए थे, जिन्हें बढ़ाया गया है। जरूरत पड़ी तो और वेड बढ़ाए जाएंगे। मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण बच्चों में तेजी से बीमारी बढ़ रही है। जेपी अस्पताल में बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।