दमोह जिले के हटा ब्लॉक की सुनार नदी के नावघाट पर बुधवार को बिन मां-बाप की अनाथ बेटी ने नदी में कूदकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसे डूबते हुए बिहारी जी सरकार सेवा समिति के सदस्यों ने देख लिया और तत्काल नदी में कूदकर युवती को बाहर निकाला। कुछ देर बाद वह होश में आई और अपने घर चली गई।
बुधवार सुबह समिति के सदस्य प्रतिदिनि की तरह नदी के घाट की सफाई कर रहे थे। तभी मदार छल्ला निवासी युवती नीरू पिता सलीम ने नदी में कूदकर अपनी जान देने का प्रयास किया। समिति के सदस्यों ने युवती गहरे पानी में डूबते देखा तो समिति के उत्तम रैकवार ने तुरंत ने नदी में छलांग लगा दी और गहरे पानी से युवती को बाहर निकाला। इस दौरान समिति के अन्य सदस्य नन्नू, सुब्बी, साहिल, राजा रैकवार भी नदी में पहुंच गए और युवती की बेहोशी की हालत में घाट के ऊपर ले आए।
पुलिस को सूचना दी और युवती के पेट से पानी निकाला गया। बिहारी जी समिति के संयोजक बबलू राय ने युवती को होश में लाकर उससे नदी में कूदने का कारण पूछा तो उसने बताया कि उसके माता-पिता नही हैं। तीन छोटी बहन है, जिनकी शादी हो चुकी है। जीवन से तंग आकर वह आत्महत्या करने आयी थी। सूचना मिलते ही हटा पुलिस थाने की टीम पहुंची और पूछताछ के लिए युवती को थाना लेकर गई। इस संबंध में एसडीओपी नीतेश पटेल ने बताया कि युवती होश में आ गई थी और घर चली गई है।