राजगढ़ । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह कल यानि गुरुवार को मध्य प्रदेश पहुंचे. आज अमित शाह ने गुना के बाद राजगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रोडमल नागर के समर्थन में जनसभा को संबोधित किए। इस दौरान कांग्रेस और कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह पर जमकर हमला बोला. केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि 2-2 बार इस देश की जनता ने मोदी जी को पूर्ण बहुमत दिया। 10 साल तक मोदी जी ने ढेर सारे काम किए हैं. कांग्रेस 70 साल से राम मंदिर के मुद्दे को अटका रही थी, लटका रही थी, भटका रही थी। आपने मोदी जी को दूसरी बार प्रधानमंत्री बनाया, उन्होंने 5 साल में ही केस भी जीता, भूमिपूजन भी किया और 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कर जय श्रीराम कर दिया।
राहुल बाबा को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भेजा: अमित शाह
शाह ने कहा कि राहुल बाबा को प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भेजा गया, लेकिन वो नहीं गए। क्योंकि ये अपनी वोटबैंक से डरते हैं। जो निमंत्रण मिलने के बाद न मंदिर गए, न अयोध्या गए, इन लोगों को कभी माफ नहीं किया जा सकता। नरेन्द्र मोदी जी ने 10 साल में पूरे देश से आतंकवाद और नक्सलवाद को समाप्त कर दिया। दिग्गी राजा के समय में मध्य प्रदेश नक्सलवाद से पीड़ित राज्य माना जाता था।
अमित शाह ने कहा कि आज भाजपा ने मध्य प्रदेश से नक्सलवाद को समाप्त करने का काम किया है। कांग्रेस पार्टी वर्षों से गरीबी हटाने की बात करती थी. 4-4 पीढ़ियों तक इन्होंने यही बात कही मगर कुछ नहीं हुआ. लेकिन, मोदी जी ने 10 साल में ही 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का काम किया।
कांग्रेस पर्सनल लॉ लाने की बात करती है: अमित शाह
अमित शाह ने कांग्रेस प्रत्याशी एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि दिग्गी राजा की सलाह से अपने घोषणा पत्र में कहा है कि कांग्रेस सरकार आएगी, तो मुस्लिम पर्सनल लॉ लाएंगे। इनकी सरकार तो आनी नहीं है, मगर मैं फिर भी आपसे पूछता हूं कि क्या शरिया कानून से देश चलना चाहिए? ये कांग्रेस पार्टी पर्सनल लॉ की बात करके, पिछले दरवाजे से देश में शरिया कानून लाने की बात करती है।
राजनीति से दिग्विजय की परमानेंट विदाई करो: अमित शाह
शाह ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने भगवा आतंकवाद शब्द कहा था। ये पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद को साहब कहकर बुलाते हैं, जाकिर नाइक को गले लगाते हैं, अफजल गुरु की फांसी का विरोध करते हैं और PFI पर बैन का भी विरोध करते हैं. ये बहुत बार आए और बहुत बार गए। अब समय आ गया है, इनको परमानेंट विदाई देने का। राजनीति से दिग्विजय सिंह की परमानेंट विदाई राजगढ़ वालों को करनी है।