ग्रामीणों को नहीं मिला 9 महीने से राशन

बालाघाट जिले के सुदूर ग्रामीण अंचलों में निवासरत भोले-भाला आदिवासी लोग दलिया, पेज पीकर या जंगलों के कंद मूलों के सहारे जीवन जीने को मजबूर हो चले हैं, ऐसी विषम परिस्थिति में भी दुखद बात यह है कि शासन द्वारा प्रदाय किये जाने वाले राशन से ही पिछले 9 महीनों से भी ग्रामीण अंचलों के लोग वंचित है। मामला जनपद पंचायत परतवाडा की ग्राम पंचायत शैला का है। ग्राम शैला, खापा, घाना, मालखेडी, मोहगांव के करीब पांच सौ राशन कार्ड धारियों को पिछले नौ महीनों से राशन नहीं मिल पा रहा है। जबकि यहां के लोग सरकारी राशन के भरोसे ही अपना जीवन-यापन करते हैं। इस मामले में आयोग ने कमिश्नर, जबलपुर संभाग तथा कलेक्टर एवं जिला आपूर्ति अधिकारी, बालाघाट से जांच कराकर की गई कार्यवाही का 15 दिवस में प्रतिवेदन मांगा है।