पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। भारत में बढ़ते संक्रमण के कारण कई देशों ने अपने यहां से आने-जाने वाली फ्लाइट्स बैन कर दी हैं। लेकिन भारत के सिवा दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो इस समय कोरोना हॉटस्पॉट बने हुए हैं। ईरान, तुर्की और दक्षिण अमेरिका के ब्राजील समेत कई देशों में संक्रमण भयावह रूप ले रहा है।
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहरेटिन कोका कहते हैं कि हमें टीकों की व्यवस्था करने में कम से कम दो माह और लगेंगे। दुनिया में टीकों की कमी का सबसे बड़ा कारण है अमीर देशों देशों ने अपनी आबादी से कई गुना अधिक टीकों का स्टॉक कर लिया है।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार गरीब देशों में 500 लोगों में से बमुश्किल किसी एक व्यक्ति को टीका लगा है। जबकि अमीर देशों में हर चार में से एक व्यक्ति को टीका लग चुका है। वहीं, टीकों के अलावा गरीब और मध्य आय वाले देशों में ऑक्सीजन, कर्न्सट्रेटर, वेंटिलेटर और दवाओं की भी किल्लत है।
अमीर देशों ने टीके स्टॉक किए, इसलिए दुनिया में वैक्सीन शॉर्टेज
- 30 फीसदी मौतें गरीब या मध्य आय वाले देशों में हो रही हैं कोरोना से।
- 9.3 फीसदी मौतें पिछले माह तक कोरोना से हो रही थीं दुनिया में गरीब और कम आय वाले देशों में।
- 87 फीसदी टीके अमीर देशों ने खरीदकर अपने पास रख लिए हैं।
कहीं ऑक्सीजन नहीं, तो कहीं अस्पतालों में आईसीयू बेड फुल हो गए हैं
- ब्राजील: 21 करोड़ आबादी में से 6% से कम को टीका लगा। मौतों के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर है।
- तुर्की: तीसरी लहर आने पर पहली बार लॉकडाउन लगा है। पर्यटन से आय बंद होने से बेकारी बढ़ रही है।
- मेक्सिको: वैक्सीन को लेकर मारामारी है। देश मृतकों के मामले विश्व में तीसरे स्थान पर है।
- ईरान: 200 शहरों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है। लॉकडाउन लगाकर संक्रमण काबू हो रहा है।
- कोलंबिया: 28.77 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 73,992 लोगों ने जान गंवाई है।
- दक्षिण अफ्रीका: भारत से टीके न मिलने से टीकाकरण रुका हुआ है। स्वास्थ्यकर्मियों को भी टीके नहीं लगे।
- अर्जेंटीना: बड़े शहरों आईसीयू फुल हो गए हैं। नए मरीजों में सबसे ज्यादा संख्या युवाओं की आ रही है।
- पेरू: 61,477 लोगों की जान जा चुकी है। बेकारी से बेघर होकर लोग सड़कों पर रहने को मजबूर हो रहे हैं।
- बांग्लादेश: 7.60 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं और 11,510 मरीजों की मौत हो चुकी है।