चेन्‍नई : जयललिता के विश्वस्त ओ पनीरसेल्वम सोमवार को तमिलनाडु के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पनीरसेल्‍वम को रविवार को अन्नाद्रमुक प्रमुख के बाद तमिलनाडु के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया। गौर हो कि जयललिता को भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी करार दिया गया है और चार वर्ष कारावास की सजा सुनाई गई है। वहीं, अन्नाद्रमुक विधायक दल के नेता चुने जाने के कुछ ही घंटे बाद ओ पनीरसेल्वम को तमिलनाडु के राज्यपाल के रोसैया ने उन्‍हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया।

इससे पहले भी साल 2001 में 63 वर्षीय पनीरसेल्वम को जयललिता ने अपने स्थानपन्न के रूप में इस पद के लिए चुना था। जयललिता को 66.65 करोड़ रुपये के आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में दोषी करार दिये जाने और सजा सुनाये जाने के एक दिन बाद पनीरसेल्वम को सर्वसम्मति से अन्नाद्रमुक विधायक दल का नेता चुना गया। ‘मिस्टर भरोसेमंद’ के रूप में जाने जाने वाले पनीरसेल्वम प्रभावशाली मुदुकुलाथोर समुदाय से हैं और जयललिता के विश्वस्त माने जाते हैं।

राजभवन के सूत्रों के अनुसार जयललिता सरकार में वित्त मंत्री एवं बोदिनायाकानूर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पनीरसेल्वम रोसैया से मिले थे और उन्हें अन्नाद्रमुक विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से नेता चुने जाने का पत्र सौंपा था। अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता को कल ही भ्रष्टाचार मामले में जेल भेज दिया गया था। राजभवन से प्राप्त आधिकारिक जानकारी में कहा गया कि परिणामस्वरूप, महामहिम राज्यपाल ने उन्हें मंत्रालय गठित करने के लिए आमंत्रित किया है। जयललिता को बेंगलुरु की एक विशेष अदालत ने आय से 66.65 करोड़ रूपये अधिक की संपत्ति के मामले में दोषी ठहराया था जिसके कारण वह विधायक होने के लिए अयोग्य हो गई। उन्हें चार साल की सजा सुनाई गई है।