डेरनी थाना क्षेत्र के विश्वंभरपुर गांव में शनिवार की शाम में फेरी कर ठेला पर बिक रहे चाट छोला खाने से लगभग 50 बीमार हो गए। देर रात में इसकी सूचना डेरनी थाना पुलिस को मिली तो तत्काल दरियापुर के सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया।
प्रभावित क्षेत्र विश्वंभरपुर गांव के महामाया स्थान व नयका टोला में एंबुलेंस भेजा गया। कुछ लोगों ने निजी चिकित्सालयों में इलाज कराया और लगभग डेढ़ दर्जन लोगों को दरियापुर सीएचसी लाया गया। वहीं जिन पर फूड प्वाइजनिंग का असर कम था उन्हें गांव में ही जांच के बाद दवा आदि दे दिया गया।
बताया गया कि गड़खा थाना क्षेत्र के बसंत गांव का युवक फेरी कर ठेला पर चाट छोला बेचता है। वह शनिवार की शाम में वह चाट छोला बेचने विश्वंभरपुर गांव के महामाया स्थान व नयका टोला में पहुंचा तो कई लोगों ने चाट छोला खाया। जिसमें कई बच्चे एवं महिलाएं शामिल थी।
रात नौ बजे के बाद कुछ लोगों को सिर दर्द, मिचली, उल्टी एवं दस्त की शिकायत हुई। फिर यह दोनों टोला के अधिकांश घरों की समस्या बन गई। हालात बिगड़ते देख लोगों ने पुलिस प्रशासन को सूचित किया।
सूचना मिलते ही अलर्ट हो गई मेडिकल टीम
डेरनी के विश्वंभरपुर गांव में फूड प्वाइजनिंग के कारण एक साथ लगभग 50 लाेगों के बीमार होने की सूचना मिलते ही दरियापुर सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी मेजर डॉ सत्येंद्र कुमार के नेतृत्व में मेडिकल टीम अलर्ट हो गई।
उसमें डॉ अजीत कुमार, डॉ शबीर अहमद, डॉ. घनश्याम कुमार, डॉ. सुधीर कुमार सुधांशु, डॉ. राजीव चौधरी के साथ कई स्वास्थ्य कर्मी शामिल थे।
सूचना मिलने पर एसडीएम निशांत विवेक एवं एसडीपीओ नवल किशोर भी पहुंचे और बीमार लोगों के उपचार एवं राहत व बचाव का जायजा लिया। चिकित्सक के अनुसार अब सभी की स्थिति सामान्य है।
खाद्य संरक्षा अधिकारी ने थाने में रखें छोला एवं चना का लिया सैंपल
दरियापुर के विशंभरपुर में ठेला पर बिक रहे छोला खाने से शनिवार की रात 50 से अधिक लोग बीमार पड़ गए थे। इस घटना के बाद डेरनी थाने की पुलिस ने ठेला संचालन गुड्डू कुमार के बचे हुए छोले एवं चना समेत अन्य सामग्री को जब्त कर थाने में रखा था।
जिलाधिकारी अमन समीर एवं सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलार सिन्हा के निर्देश पर खाद्य संरक्षा अधिकारी सह प्रमंडलीय अभिहित अधिकारी नारायण राम ने डेरनी थाने में रखे हुए पका छोला, भींगा चना एवं भुजा का सैंपल कलेक्शन किया।
इस संदिग्ध खाद्य सामग्री को जांच के लिए संयुक्त खाद एवं औषधि प्रयोगशाला पटना भेजा गया है। इस मौके जांच टीम में पर नितेश कुमार विष्णु भगवान सिंह शामिल थे।