भोपाल । गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास करने वाली सीआईएसएफ की आरक्षक रितु कुमारी को पेट की तकलीफ दिल्ली में एंबुलेंस से उतरते ही असहनीय हो गई। माता-पिता भी उसे रात भर दर्द से तड़पता देखते रहे। दिल्ली पहुंचने के 24 घंटे बाद भी ठहरने की जगह नहीं मिलने पर रितु के माता-पिता ने वेटिंग रूम में कुर्सी पर बैठकर रात गुजारी। सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के दो पुलिसकर्मी जरूर तैनात हैं।

एम्स, दिल्ली के डॉक्टरों ने कहा रितु ठीक तो हो जाएगी, लेकिन एक-दो दिन पहले लाते तो जल्दी राहत मिलती। अब तो संक्रमण शरीर के सभी प्रमुख अंगों तक फैल चुका है।

पिता अमर सिंह ने बताया एयर एंबुलेंस से उतराते समय रितु के पेट में तकलीफ बढ़ गई है। वह दर्द सहन नहीं कर पा रही है। इसी कारण रात भर नींद नहीं आई। तकलीफ के कारण वह कुछ बोल भी नहीं पाई। फिलहाल उनके रुकने की कोई व्यवस्था नहीं है। रविवार रात और सोमवार पूरा दिन पत्नी के साथ वेटिंग रूम में बैठकर ही गुजारा। बीच-बीच में रितु को देखने आईसीयू जाते रहे। बेटा प्रहलाद सोमवार शाम दिल्ली से भोपाल निकल गया।

सिंह को एम्स के डॉक्टरों ने बताया रितु ठीक तो हो जाएगी, लेकिन इसमें वक्त लगेगा। अगर उसे एक-दो दिन और पहले लाते तो संक्रमण कम होता। लेकिन अब शरीर के सभी प्रमुख अंगों तक संक्रमण फैलने से ठीक होने में समय लगेगा।

मामला दबाने के आरोप

प्रहलाद ने फोन पर आरोप लगाए कि रितु एक बार कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में बयान दे चुकी है, तो डीसी विजय कुमार धनकड़ की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई। उन्हें नहीं लगता अधिकारी कोई कार्रवाई करेंगे।

दोबारा कोर्ट ऑफ इंक्वायरी

अहमदाबाद से आए वरिष्ठ अधीक्षक के साथ मिलकर डीआईजी संजय प्रकाश ने रितु कुमारी मामले में दोबारा कोर्ट ऑफ इंक्वायरी शुरू की है। हालांकि दोबारा कोर्ट ऑफ इंक्वायरी पर कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि मुंबई के डीसी गुलाम रब्वानी की जगह डीआईजी से जांच का निर्णय लेने का कारण एक डीसी की जांच दूसरे डीसी से कराने पर उठे सवालों को बताया गया।

बरकरार हैं कई सवाल

-क्या डीआईजी दोबारा रितु के बयान दर्ज करेंगे?

-उसके पहले बयान का क्या होगा?

-अब तक डीसी धनक़़ड के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की गई?

-उसे एम्स ले जाने के निर्णय में देरी क्यों हुई?

 

इनका कहना

रितु का एम्स के आईसीयू में उपचार चल रहा है। उसकी सेहत में काफी सुधार है। मेरी उससे कोई बात नहीं हुई है, इसलिए में इससे अधिक कुछ नहीं बता सकता-आरआर शाह, आईजी, सीआईएसएफ।