उज्जैन कोरोना महामारी में भी कालाबाजारी का खेल थमने का नाम नहीं ले रहा। इंदौर के बाद उज्जैन में भी मरीज को लगाने की बजाय रेमडेसिविर इंजेक्शन बाजार में बेचे जा रहे थे। पुलिस ने जाल बिछाकर देशमुख अस्पताल के तीन और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से जुड़े पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
रविवार को थाना चिमनगंज एवं सायबर टीम को मुखबिर द्वारा कोविड 19 महामारी में पेशेंट को लगने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना मिली। पुलिस को बताया गया कि एलाउंस सिटी के सामने आगर रोड उज्जैन पर तीन लोग रेमडेसिविर इंजेक्शन को ऊंचे दामों पर बेचने के लिए ग्राहक / जरुरतमंदों को तलाश रहे है। पुलिस ने तीन आरोपियों के कब्जे से दो रेमडेसिविर इंजेक्शन अवैध रुप से ऊंचे दामों में कालाबाजारी करते हुए पाए जाने पर गिरफ्तार कर लिया।
तीनों आरोपियों के कब्जे से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन, एक एक्टिवा दो पहिया वाहन जब्त कर गिरफ्तार किया गया। उक्त तीनों आरोपियों द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन किसी अन्य दो व्यक्तियों से खरीदना बताया गया। दोनों की तलाशी पर कब्जे से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन व एंटी बायोटिक इंजेक्शन मिलने पर जब्त किया। पूछताछ करने पर आसोलेशन वार्ड में काम करने वाले तीन साथियों से यह इंजेक्शन खरीदना बताया है। तीनों से पूछताछ करने पर कब्जे से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन व एक एंटी बायोटिक इंजेक्शन जब्त किया गया। आरोपियों ने कबूल किया कि जो पेशेंट भर्ती रहते है उनको रेमडेसिविर इंजेक्शन नहीं लगाते हुए बचा कर ऊंचे दामों में बेचते है।
पुलिस की सूचना देने की अपील
उज्जैन एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय (शहर) अमरेन्द्र सिंह ने जनता से अपील की है कि कोरोना संक्रमण के उपचार हेतु रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी की सूचना प्राप्त हो या किसी व्यक्ति द्वारा इंजेक्शन को निर्धारित दामों से बढ़ा चढ़ाकर, स्टॉक कर बेचा जा रहा हो, या ब्लैक मार्केटिंग की जा रही हो तो संबंधित सूचना शांतिदूत मोबाइल नंबर 7049119001 पर दें। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम पूर्णत गुप्त रखा जाएगा।