पॉजिटिव आने के बाद बैंक कैशियर का बेटा गायब, 3 दिन बाद आया कॉल, पेशेंट बोला- हॉस्पिटल में हूं, हॉस्पिटल से जवाब मिला इस नाम का कोई भर्ती नहीं
परिवार वाले परेशान 16 अप्रैल शाम से कोविड पॉजिटिव का कुछ पता नहीं
सोमवार दोपहर को दो बार एक अनजान नंबर से हुई बात
ग्वालियर में एक अजीब और गरीब मामला सामने आया है। एक बैंक कैशियर का बेटा कोविड पॉजिटिव आने के बाद लापता हो गया है। तीन दिन से परिजन अस्पतालों के चक्कर लगा रहे हैं, पर बेटे का कुछ पता नहीं चला है। परेशान पिता ग्वालियर के सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पहुंचे वहां बेटे का नाम बताया, लेकिन पता लगा कि रजिस्टर में इस नाम का कोई पेशेंट भर्ती नहीं है। परिजन परेशान हो गए हैं। सोमवार दोपहर परिजन पुलिस के पास जा रहे थे तभी एक अनजान नंबर से कॉल आया। इस पर उनके बेटे ने बात की। पहले सुपर स्पेशियलिटी के पांचवी मंजिल पर भर्ती होने की बात कही। दो बार बात होने के बाद इस नंबर पर भी कॉल नहीं उठ रहा है। अब घरवाले परेशान हैं।
शहर के नई सड़क निवासी एक बैंक कैशियर का 29 वर्षीय बेटा राजा (बदला हुआ नाम) को सिर्फ सिर में दर्द और चक्कर से आ रहे थे। 15 अप्रैल को उसने कोविड टेस्ट कराया था। 16 अप्रैल शाम को जब उसके पिता बैंक में ड्यूटी पर थे। मां पास ही महिला संगीत में शामिल होने गई थीं। पत्नी जौरा मुरैना अपने मायके में थी। शाम को वह कहते हुए निकल गया कि उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से कॉल आया था वह भर्ती करने बुला रहे हैं। इसलिए वह हॉस्पिटल में भर्ती होने जा रहा है। इसके बाद वह निकल गया, लेकिन तभी से उसका कुछ पता नहीं है। परिजन ने सोचा कि वह JAH स्थित सुपर स्पेशियलिटी में भर्ती हो गया होगा। जब अगले दिन सुबह उसके पिता सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल पहुंचे तो वहां पता लगा कि इस नाम का तो कोई पेशेंट हॉस्पिटल में किसी भी वार्ड व मंजिल पर भर्ती नहीं है। इसके बाद वह परेशान हो गए। उन्होंने JAH के TB वार्ड व बर्न यूनिट में भी जाकर देखा। क्योंकि पेशेंट बढ़ने पर यहां भी संक्रमितों को भर्ती करते हैं, लेकिन वहां भी कुछ पता नहीं चला। कोविड पेशेंट का मोबाइल भी बंद आ रहा था। इससे टेंशन और भी बढ़ गई है।
तीन दिन बाद अनजान नंबर से आया कॉल
17, 18 व 19 अप्रैल तक परिजन कोविड पेशेंट बेटे को तलाश रहे थे। सोमवार दोपहर जब वह कंपू थाना शिकायत करने पहुंचे तो वहां सुनवाई करने के बदले जनकगंज थाना में जाने के लिए कहा गया। परिजन जनकगंज थाना जा ही रहे थे कि तभी एक अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल रिसीव करने पर कोविड पेशेंट ने अपने परिजन से बात की। उनको बताया कि वह JAH में सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में पांचवी मंजिल पर है, जबकि हॉस्पिटल में पांचवी मंजिल है ही नहीं, फिर बताया कि उसने 2 हजार रुपए प्रतिदिन पर एक रूम JAH हॉस्पिटल में लिया है। तीन दिन बाद वह खुद घर आ जाएगा। पर JAH में भी कोविड पेशेंट को अलग से रूम देने की कोई व्यवस्था नहीं है।
दो बार बात हुई फिर नहीं हो रहा कॉल रिसीव
कोविड पेशेंट से उसकी मां की दो बार बात हुई, लेकिन उसके बाद जिस नंबर से उसका कॉल आया उस पर कॉल रिसीव नहीं हो रहा है। यह नंबर कोविड पेशेंट ने हॉस्पिटल के वार्ड बॉय का बताया था। जब उस नंबर को ट्रू कॉलर पर सर्च किया तो वह किसी विजय पटेल के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस नाम का कोई वार्ड बॉय जेएएच में नहीं है। अब परिजन इंतजार कर रहे हैं कि उससे और बात होती है तो ठीक है, नहीं तो मंगलवार सुबह जनकगंज थाना पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज कराई जाएगी।