इंदौर. कोरोना काल में जब किसी की जान का भरोसा नहीं, ऐसे में भी लोग धोखा देने और अमानवीयता से बाज नहीं आ रहे. ऐसे ही एक मामले में इंदौर पुलिस ने 22 हजार में रेमडेसिविर इंजेक्शन बेच रहे शख्स को गिरफ्तार किया है. ये शख्स मजबूरी का फायदा उठाकर पैसे कमाने की सोच रहा था. जबकि, ये इंजेक्शन किसी मरीज ने दूसरों की मदद के लिए फ्री दिया था. राजेंद्र नगर टीआई अमृता सोलंकी ने बताया कि हमने आरोपी निलेश चौहान निवासी जयरामपुर कॉलोनी को गिरफ्तार किया है. पुलिस को सूचना मिली थी कि नीलेश 22 हजार में रेमडेसिविर इंजेक्शन का सौदा कर रहा है. पुलिस ने बताया कि टीआई सादी वर्दी में पहुंची. निलेश खरीदार को मुक्तिधाम के पास इंजेक्शन देकर पैसे लेने लगा, तभी पुलिस ने उसे दबोच लिया.
निजी अस्पताल में काम करता है आरोपी
पुलिस को आरोपी के बैग से एक रेमडेसिविर इंजेक्शन, दो अन्य इंजेक्शन और बीपी की मशीन मिली. आरोपी एक निजी अस्पताल में काम करता है. वहां भर्ती एक मरीज ने उसे मुफ्त में इंजेक्शन दिए थे, ताकि किसी जरूरतमंद के काम आ जाए. आरोपी इनमें से एक इंजेक्शन बेच चुका है.
रेमडेसिविर इंजेक्शन में भरा था डिस्टिल वॉटर
एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि आरोपी निलेश के पास जो दूसरा इंजेक्शन मिला, उसमें डिस्टिल वॉटर भरा हुआ था. इस पर रेपर रेमडेसिविर इंजेक्शन का था. आशंका है कि वह नकली इंजेक्शन को भी हजारों में बेच देता होगा. बताते हैं कि वह मेल नर्स का कोर्स कर चुका है.
शहर में 26 तक बढ़ा कोरोना कर्फ्यू
अब भोपाल और इंदौर में कर्फ्यू 26 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया है. इस दौरान केवल जरूरी सेवाओं से संबंधित सरकारी कार्यालय खुलेंगे. इसके अलावा सभी सरकारी कार्यालय भी बंद रहेंगे. कर्फ्यू 26 अप्रैल सुबह 6 बजे तक रहेगा. इसके अलावा सभी सेवाएं बंद रहेंगी. भोपाल के जिलाध्यक्ष अविनाश लवानिया के अनुसार कर्फ्यू को पूरी सख्ती के साथ लागू करवाया जाएगा. उन्होंने कहा कि मूवमेंट को कम करना लक्ष्य है. इस संबंध में जिलाध्यक्ष ने आदेश भी जारी कर दिया है.