दमोह। दमोह विधानसभा सीट पर शनिवार सुबह 7 बजे से शुरू हुआ मतदान शाम 7 बजे थम गया। इसी के साथ उम्मीदवारों की किस्तम का फैसला अब 2 मई को मतगणना के परिणाम आने के बाद होगा। यहां शाम 5 बजे तक 56.12 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, 7 बजे तक के आंकड़े आना अभी बाकी है। कोरोना संक्रमण को लेकर मतदान केंद्रों पर खास इंतजाम किए गए थे। अंदर जाने से पहले मतदाता का तापमान जांचा गया, वोट देने के बाद हाथ साफ करने के लिए सैनिटाइजर और साबुन का इंतजाम किया गया था। दमोह उप चुनाव में दो महिलाओं सहित 22 प्रत्याशी मैदान में है, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी राहुल सिंह लोधी और कांग्रेस के अजय टंडन के बीच है। राहुल लोधी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर जीते थे, लेकिन बाद में वे विधायक पद से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। इस उपचुनाव में वे भाजपा के प्रत्याशी हैं। 2 मई को उपचुनाव के नतीजों से तय होगा कि मतदाताओं ने उनके भाजपा में जाने पर सहमति दी है या उनका फैसला नामंजूर कर दिया है।
कांग्रेस प्रत्याशी ने किया मतदान : कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने पीजी कॉलेज मतदान केंद्र में पहुंचकर मतदान किया। मतदान के दौरान उन्हें मतदान केंद्र के अंदर हाथ का पंजा दिखाते हुए वीडियाे वायरल हो रहा है।
दमोह के रामकुमार स्कूल में बने मतदान केंद्र में मतदाता कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए गोलों में खड़े होकर मतदान केंद्र के अंदर जाते रहे। वहीं एहतियात के तौर पर उन्हें, ग्लब्ज व सैनिटाइजर दिया गया।
पानी-सड़क की समस्या से जूझ रहे लकलका ग्राम पंचायत के ग्वारी के ग्रामीणों ने किया मतदान बहिष्कार कर दिया था, लेकिन वे तहसीलदार विकास जैन द्वारा उनकी समस्याएं हल करने के आश्वासन के बाद मतदान के लिए पहुंचे। ग्रामीणों ने मांग की थी कि गांव में सड़क निर्माण हो और पानी की समस्या हल की जाए। तहसीलदान ने उन्हें आश्वासन दिया कि सड़क और पानी की व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे।
दमोह विधानसभा क्षेत्र में दो लाख 39 हजार 808 मतदाता हैं। इनमें एक लाख 24 हजार 345 पुरुष एवं एक लाख 15 हजार 455 महिलाएं और आठ थर्ड जेंडर हैं। कुल मतदाताओं में 80 वर्ष से अधिक उम्र के दो हजार 647 और एक हजार 28 दिव्यांग मतदाता हैं। सर्विस मतदाताओं की संख्या 129 और पोस्टल बैलेट से मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 437 है।
उपचुनाव के लिए मतदान शाम 7 बजे तक का समय दिया गया था। इस दौरान कोविड-19 संबंधी गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित किया गया। कुल 359 मतदान केंद्रों पर वोट डाले गए। उप निर्वाचन में एक-एक सामान्य एवं व्यय प्रेक्षक, 68 माइक्रो प्रेक्षक तैनात किए गए। एक हजार 448 पोलिंग कर्मचारी और 432 रिजर्व पोलिंग कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई।
सुरक्षा के लिए सीएपीएफ की तीन और एसएएफ की दो कंपनियां तैनात की गई। इसके अलावा 859 डीपीएफ, 413 होम गार्ड और 359 एसपीओ तैनात किए गए। 219 स्थानों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई। विधानसभा क्षेत्र से पांच हजार 163 हथियार जमा कराए गए।