देशमुख का इस्तीफा मंजूरी के लिए भेजा गया राज्यपाल के पास 

मुंबई। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने सोमवार दोपहर अपने पद से इस्तीफा दे दिया और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के पास अनिल देशमुख का इस्तीफा मंजूरी के लिए भेज दिया है साथ ही उन्होंने गृह विभाग का कार्यभार दिलीप वलसे पाटील को देने का अनुरोध पत्र में किया है. इस बात की जानकारी मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा जारी एक बयान में दिए गई है. बता दें कि दिलीप वलसे पाटिल अभी उद्धव सरकार में लेबर और एक्साइज मिनिस्टर के पद पर थे. अब इस पद का अतिरिक्त कार्यभार हसन मुश्रीफ तथा राज्य उत्पादन शुल्क विभाग का अतिरिक्त कार्यभार उपमुख्यमंत्री तथा वित्तमंत्री अजित पवार को देने बाबत मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल को भेजे गए पत्र में विनती की गई है. ज्ञात हो कि  अनिल देशमुख के खिलाफ 100 करोड़ रुपये की वसूली के आरोपों वाली चिट्ठी पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने सोमवार को सीबीआई जांच के आदेश दिए हैं. 

कौन हैं दिलीप पाटिल 
महाराष्ट्र की राजनीति में दिलीप पाटिल को लंबा अनुभव है. वो 1999 से लेकर 2008 तक विभिन्न मंत्रालयों का काम संभाल चुके हैं. राज्य के अंबेगांव इलाके से ताल्लुक रखने वाले दिलीप पाटिल 6 बार के विधायक हैं. वो वर्तमान सरकार में एक्साइज और लेबर मिनिस्टर हैं. 1999 से 2008 के दौरान पाटिल वित्त मंत्री, ऊर्जा मंत्री, उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री जैसे हाईप्रोफाइल पोर्टफोलियो पर रह चुके हैं.

शरद पवार के बेहद नजदीकियों में शुमार किया जाता है
पाटिल को शरद पवार के बेहद नजदीकियों में शुमार किया जाता है. पाटिल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत शरद पवार के निजी सचिव के तौर पर की थी. उनके पिता दत्तात्रेय वलसे पाटिल कांग्रेस के विधायक थे और शरद पवार के नजदीकी मित्र भी. अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत दिलीप पाटिल ने कांग्रेस के किशनराव को अंबेगांव सीट से हराकर की थी. उसी के बाद से इस विधानसभा को उनके गढ़ के रूप में देखा जाता है.