मुम्बई : महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने गुरुवार रात कहा कि शिवसेना भाजपा गठबंधन के बिखरने के शीघ्र बाद राकांपा की कांग्रेस से नाता तोड़ने की घोषणा उल्लेखनीय संयोग है और वृहत जनहित से कहीं ज्यादा निजी आकांक्षा हावी रही।
चव्हाण ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह कहते हुए राकांपा पर करारा प्रहार किया कि 15 साल के कांग्रेस-राकांपा गठबंधन में पहली बार कल सीटों की साझेदारी वार्ता में एक एक कर मुख्यमंत्री का पद साझा करने का प्रस्ताव उठा।
उन्होंने उपमुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजीत पवार की मुख्यमंत्री पद की आकांक्षा की ओर सीधा इशारा करते हुए कहा, ‘इससे पता चलता है कि वृहत जनहित से कहीं ज्यादा निजी आकांक्षा हावी रही। ’ उन्होंने राकांपा की 144 सीटों की मांग को अतार्किक करार दिया।
चव्हाण ने कहा, ‘राकांपा ने केवल तभी गठबंधन तोड़ने का ऐलान किया जब महज एक घंटे पहले भाजपा ने शिवसेना से अलग होने का निर्णय लिया। इसे उल्लेखनीय संयोग कहा जाए।’ मुख्यमंत्री ने राकांपा पर लोकसभा चुनाव पश्चात भाजपा से नजदीकियां बढ़ाने का आरोप लगाया।
निजी महत्वाकांक्षा जनहित पर हावी रही : पृथ्वीराज
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