मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से ठीक पहले सीट बंटवारे का झगड़ा आखिरकार दोस्ती पर भारी पड़ा और 25 सालों का बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूट गया।

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के मुखपत्र 'सामना' के संपादकीय में लिखा है कि शिवसेना ही महाराष्ट्र की रक्षा कर सकती है। यही नहीं उद्धव ठाकरे ने यह भी लिखा है कि महाराष्ट्र की जनता की भावना और उनका अनादर करने वाले महाराष्ट्र के दुश्मन हैं। उद्धव ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा है कि जो उड़ चले वे कौवे हैं और जो रह गए, वे अपने हैं।

गुरुवार को बीजेपी ने शिवसेना के साथ गठबंधन तोड़ने की घोषणा की, क्योंकि सीट बंटवारे को लेकर वार्ता असफल हो गई। ऐसा इसलिए हुआ, क्योंकि शिवसेना छोटी सहयोगियों के लिए सीटें छोड़ने के लिए तैयार नहीं हुई और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे कथित तौर पर मुख्यमंत्री पद को लेकर अड़े हुए थे। कई दौर की वार्ता के बावजूद सीट बंटवारे को लेकर कोई हल नहीं निकल पाया।

वरिष्ठ बीजेपी नेता एवं विधानसभा में विपक्ष के नेता एकनाथ खड़से ने इस निर्णय की घोषणा करते हुए कहा, 25 वर्ष तक चलने वाला शिवसेना-बीजेपी गठबंधन टूट गया है। महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि शिवसेना के अलग होने का निर्णय दुर्भाग्यपूर्ण था और इसे भारी मन से किया गया।

नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने और उनके सहयोगी अमित शाह के बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद शिवसेना, बीजेपी नीत एनडीए से अलग होने वाला दूसरा घटक दल है। इससे पहले हरियाणा जनहित कांग्रेस एनडीए से अलग हुई थी।