नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को पांच दिन की बहुप्रतीक्षित अमेरिका यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। अपने अमेरिका प्रवास के दौरान वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे और राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ द्विपक्षीय वार्ता के अलावा अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों एवं शीर्ष व्यापारिक घरानों के प्रमुखों के साथ कई उच्च स्तरीय बैठकों में शामिल होंगे। वह कुछ सार्वजनिक कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे।
ठोस परिणाम की उम्मीद कर रहे भारत ने कहा, ‘हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहली न्यूयार्क और वाशिंगटन यात्रा को भारत की बहुपक्षवाद के प्रति प्रतिबद्धता के अनुपालन और उन क्षेत्रों में भारत-अमेरिका संबंधों में सहयोग बढ़ाने की इच्छा के संकेत के तौर पर देखते हैं जिन क्षेत्रों में हम मिलकर काम कर सकते हैं और जिन क्षेत्रों में हम एक-दूसरे के लिए और अधिक प्रयास कर सकते हैं।’
मोदी यहां पड़ोसी देश श्रीलंका के राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे, नेपाल के प्रधानमंत्री सुशील कोइराला और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ तीन द्विपक्षीय बैठक करेंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ मुलाकात की उनकी कोई योजना नहीं है। भारतीय पक्ष ने मोदी के खान-पान संबंधी पसंद का भी संकेत दे दिया है क्योंकि प्रधानमंत्री अपनी यात्रा के दौरान नवरात्र के नौ-दिन के उपवास पर रहेंगे।
मोदी 15 से अधिक शीर्ष मुख्य कार्यकारियों से मिलेंगे जिनमें गूगल, बोइंग और जनरल इलेक्ट्रिक के कार्यकारी शामिल होंगे क्योंकि भारत और अधिक विदेशी निवेश आकर्षित करने को इच्छुक है। प्रधानमंत्री 29 सितंबर को नाश्ते पर शीर्ष कार्यकारियों के साथ मुलाकात के अलावा न्यूयॉर्क में छह और मुख्य कार्यकारियों से बातचीत करेंगे। मोदी इस 100 घंटे से कुछ अधिक की यात्रा में राष्ट्रपति बराक ओबामा से मिलने, संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपना पहला भाषण देने के साथ 50 से ज्यादा कार्यक्रमों में भाग लेंगे।
ओबामा और मोदी की बैठक वाशिंगटन में उनके ओवल ऑफिस में होगी। मोदी न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करने के अलावा विश्व के कई शीर्ष नेताओं से मिलेंगे तथा अमेरिका में अपने हजारों प्रशंसकों के समूहों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान फार्च्यून 500 सूची की अनेक कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों से भी मिलेंगे।
मोदी विशेष विमान एयर इंडिया वन से 26 सितंबर को न्यूयॉर्क के जॉन.एफ. कैनेडी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरेंगे और 30 सितंबर की शाम को वाशिंगटन के एंड्रियूज वायु सैनिक अड्डे से स्वदेश लौटेंगे। इस दौरान मोदी के सभी कार्यक्रम भारत के पुनरुत्थान के उनके लक्ष्यों के मद्देनजर तय किए गए हैं।
अमेरिका की शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों के साथ अपनी बातचीत में प्रधानमंत्री उन्हें भारत में निवेश और विनिर्माण के लिए आमंत्रित करते हुए यह बता सकते हैं कि उनकी सरकार ने उद्योगों के स्वागत में ‘लाल फीते की बजाय लाल गलीचा’ बिछा रखा है। इन मुख्य कार्यकारियों में ज्यादातर फार्च्यून 500 कंपनियों के अधिकारी होंगे। अमेरिकी उद्योगपति और न्यूयार्क के पूर्व मेयर माइकल ब्लूमबर्ग जैसी व्यावसायिक जगत की हस्तियों के साथ मुलाकात में मोदी स्मार्ट शहर के बारे में उनके अनुभव सुनेंगे।
मोदी अमेरिका के प्रमुख राजनीतिक नेताओं से भी मिलेंगे जिनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और दक्षिण कैरोलिना की भारतीय अमेरिकी गवर्नर निक्की हेली शामिल हैं। अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष जो बोनर मोदी को वाशिंगटन में चाय पर आमंत्रित करेंगे। इस यात्रा में अमेरिका के 50 से अधिक सांसद मोदी से मिल सकते हैं।
मोदी 27 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे। वह हिंदी में भाषण देंगे। अगले दिन वह 20,000 भारतीय-अमेरिकियों की जनसभा को संबोधित करेंगे जिसमें वह उनसे ‘उभरते भारत’ में योगदान करने का आह्वान करेंगे। वाशिंगटन में 29 सितंबर को अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा से होने वाली उनकी बहु-प्रतीक्षित वार्ता से काफी उम्मीदें हैं। मोदी के सम्मान में ओबामा ने व्हाइट हाउस में विशेष निजी रात्रि भोज का आयोजन किया है।
30 सितंबर को व्हाइट हाउस में ओबामा के साथ मुख्य शिखर बैठक से पहले प्रधानमंत्री मोदी मार्टिन लूथर किंग मेमोरियल और लिंकन मेमोरियल जाएंगे। इसके अलावा वह वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास के सामने स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करेंगे। यह पहला अवसर है जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री की अमेरिकी यात्रा के दौरान इतने सारे सार्वजनिक एवं आधिकारिक कार्यक्रम रखे गए हैं।
पांच दिनों की विदेश यात्रा पर आज अमेरिका रवाना होंगे पीएम मोदी
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