बिलासपुर । विधानसभा चुनाव के प्रत्याशियों का भाग्य स्ट्रांग रूम में कैद हो गया है। कोनी स्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में निर्मित स्ट्रांग रूम में ईवीएम मशीनें सुरक्षित रखकर रूम को सील कर दिया गया है। कलेक्टर अवनीश शरण व एसपी संतोष सिंह द्वारा चुनाव आयोग के प्रेक्षक, प्रत्याशियों और राजनीतिक दल के पदाधिकारियों की मौजूदगी में सीलिंग की कार्रवाई पूर्ण की गई। बीएसएफ के जवानों की एक कंपनी दिन रात स्ट्रांग रूम एवं परिसर की सुरक्षा में तैनात की गई है। सीलिंग पूर्ण होने के बाद पूरा परिसर बीएसएफ के आम्र्ड जवानों ने अपने कब्जे में ले लिया है। मतगणना के दिन ही 3 दिसंबर को ये स्ट्रांग रूम खोली जाएगी। परिसर में पहुंचने के लिए तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था चेकिंग रखी गई है।
राजनीतिक दल व प्रत्याशी भी स्ट्रांग रूम की निगरानी के लिए अपना प्रतिनिधि नियुक्त कर सकते है। रिटर्निग अफसर द्वारा उन्हें फोटोयुक्त पास जारी किया जाएगा। लेकिन ये अपने पास लैपटॉप अथवा वाइफाई युक्त कोई डिवाइसेज नहीं रख पाएंगे। परिसर में हर तरह के गतिविधियों की रिकॉर्डिंग के लिए दर्जनों सीसीटीवी कैमरे फिट किए गए हैं। कुल मिलाकर इतनी तगड़ी सुरक्षा इंतजाम है कि परिंदा भी पर नहीं मार पायेगा।
उल्लेखनीय है कि जिले की छह विधानसभा क्षेत्र जैसे कि बिलासपुर, बेलतरा, कोटा, तखतपुर, मस्तुरी और बिल्हा विधानसभा क्षेत्र की मतगणना एक साथ कोनी के इसी इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में होगी। सीलिंग के अवसर पर चुनाव आयोग के प्रेक्षक उदयन मिश्रा, नायली इते, कुमार प्रशांत सहित जिला पंचायत सीईओ अजय अग्रवाल, अपर कलेक्टर व उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिव कुमार बनर्जी तथा संबंधित रिटर्निग अफसर उपस्थित थे।
तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रत्याशियों का भाग्य स्ट्रांग रूम में हुआ कैद
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