15 साल के छात्र ने 10 वर्षीय बच्चे की हत्या कर शव नदी में फेंक दिया था; 5 दिन तक पुलिस के 40 अफसर-कर्मचारियों को छकाता रहा

राजा केवट (10) की उसके पड़ोसी नाबालिग छात्र ने हत्या कर दी।
बेलखेड़ा के जुगपुरा गांव निवासी 10 वर्षीय राजा की हत्या का मामला
जबलपुर मेडिकल कॉलेज में होगा पीएम

बेलखेड़ा थाना क्षेत्र के जुगपुरा गांव निवासी 10 वर्षीय राजा की हत्या करने वाला किशोर बड़ा शातिर निकला। वह पुलिस और क्राइम ब्रांच की 40 सदस्यीय टीम को 5 दिन तक छकाता रहा। 15 वर्षीय आरोपी किशोर ने पुलिस को बताया कि राजा अपनी बहन और उसकी दोस्ती के बारे में जान गया था। वह अक्सर अपने मां-पिता को उनकी दोस्ती के बारे में बताने की धमकी देकर पैसे और गेम खेलने के लिए मोबाइल ले लेता था। उसकी ब्लैकमेलिंग से वह तंग आ गया था। उसने मोबाइल पर दक्षिण भारतीय फिल्म में देखा था कि बदमाश हीरो के परिवार को नदी में फेंक दिया था। इसी के बाद उसे राजा को मारकर नदी में फेंकने का आइडिया आया।

15 साल के पड़ोसी ने सिर पर डंडा मारा, बेहोशी में नर्मदा में फेंका, 10वें दिन 25 किमी दूर मिली लाश

हत्या में पुलिस की चूक भी उजागर हुई है। राजा के पिता रामदास ने आरोप लगाया कि 5 मार्च की रात ही उन्होंने TI सुजीत श्रीवास्तव से किशोर पर संदेह जताया था। यहां तक कि बेटी के बताने पर भी पुलिस को खबर दी, लेकिन आरोपी को पुलिस ने पांचवें दिन उठाया। चार दिन नर्मदा में तलाश करने के बाद रविवार को उसकी लाश नरसिंहपुर जिले के ठैमी थाने के मुराच घाट के पास मिली थी। पिता रामदास ने बताया कि पुलिस ने हत्या का खुलासा होने के बाद भी परिवार काे अभी कोई जानकारी नहीं दी है। उसे पता चला कि उसका बेटा नरसिंहपुर में मिला है। वहां पीएम होगा। तब वह नरसिंहपुर गया। वहां से बताया गया कि उसके बेटे का पीएम अब जबलपुर मेडिकल कॉलेज में होगा।

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।

परिजन बोले- पुलिस मेरे परिवार से ही पांच दिन तक पूछताछ करती रही

रामदास के मुताबिक उसका बेटा गायब हुआ था। उसकी पत्नी से लेकर बच्चे परेशान थे। पर पुलिस बाहर ढूंढ़ने की बजाय हमारे परिवार से ही पूछताछ करती रही। पांच दिन तक परिवार के लोगों से ही अलग-अलग बयान लेती रही। जबकि आरोपी के बारे में बताने के बावजूद उससे पांच दिन बाद पूछताछ के लिए ले गई।

10वीं में पढ़ता है आरोपी

राजा की हत्या मामले में गिरफ्तार 15 वर्षीय पड़ोसी 10वीं में पढ़ता है। इसी स्कूल में राजा की बड़ी बहन भी 10वीं में पढ़ती है। आरोपी और राजा की बड़ी बहन में दोस्ती हो गई थी। वे मोबाइल पर भी बातचीत करते थे। उनको साथ में बातचीत करते हुए जब राजा ने देखा तो आरोपी को लगा कि ये रास्ते का कहीं कांटा न बन जाए।

पुलिस को भटकाने के लिए किया था नाटक

आरोपी 15 वर्षीय किशोर शातिर निकला। बेलखेड़ा थाने में पदस्थ 31 का स्टाफ, क्राइम ब्रांच की टीम, टीआई, एसडीओपी और एएसपी ग्रामीण तक इस मामले के खुलासे में लगे थे। बावजूद आरोपी पुलिस को घुमाता रहा। पांच मार्च की रात राजा गायब हुआ था। सात को आरोपी खुद के हाथ-पैर रस्सी से बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंस कर जुगपुरा घाट के पास पड़ा रहा। वहां से निकले गांव वालों की नजर पड़ी तो बताया कि कुछ बदमाश उसे अगवा कर ले जा रहे थे।

आरोपी की मंशा थी कि ऐसा करने पर पुलिस को संदेह जाएगा कि राजा को भी इसी तरह से बदमाश उठा ले गए होंगे। पर आरोपी से एक गलती हो गई। उसने घर की रस्सी का प्रयोग हाथ-पैर बांधने में किया था। इसी के बाद वह संदेह में आया था। 10 मार्च को बेलखेड़ा पुलिस उसे थाने ले गई थी। 11 मार्च से राजा की तलाश SDRF और होमगार्ड की टीम ने नर्मदा में शुरू की थी।

आज किशोर न्यायालय में होगा पेश

पुलिस आरोपी को आज सोमवार को किशोर न्यायालय बोर्ड में पेश करेगी। वहीं मेडिकल में राजा के शव का पीएम होगा। इसके बाद शव परिजनों के सुपुर्द किया जाएगा। राजा पांच मार्च की रात आठ बजे के लगभग गायब हुआ था। 10वें दिन उसकी लाश 25 किमी दूर मिली। आरोपी ने हत्या का खुलासा किया। बताया कि उसने बांस के डंडे से राजा के सिर पर मारा था। बेहोश होने पर छोटी नाव से नर्मदा के बीच धारा तक ले गया। इसके बाद पानी में फेंक दिया था।

मां राधाबाई और शोकाकुल परिवार के अन्य लोग।

भाई-बहनों में तीसरे नंबर का था राजा

राजा के पिता रामदास उर्फ रामी मल्लाह और मां राधाबाई का रो रो कर बुरा हाल है। पिछले 10 दिनों से बेटे की सलामती की उम्मीद में मां राधाबाई थी। पर बेटे की लाश मिलने की खबर कानों में पड़ते ही वह दहाड़ मारकर रोने लगी। राजा चार संतानों में तीसरे नंबर का था। 16 व 15 साल की दो बहनें उससे बड़ी हैं। जबकि एक तीन साल का छोटा भाई है।