जबलपुर. मध्य प्रदेश में जबलपुर के गांधी मेडिकल कॉलेज की एक वरिष्ठ महिला डॉक्टर कोविड-19 के टीके की दोनों खुराक लेने के बावजूद कोरोना वायरस से संक्रमित हो गई हैं. कॉलेज के पदाधिकारियों के मुताबिक, डॉक्टर का मानना था कि टीके की दूसरी खुराक लेने के बाद मास्क पहनने की आवश्यकता नहीं है. संभवत: इसी लापरवाही के चलते उन्हें टीके लगाने के बावजूद संक्रमण हुआ है. उन्होंने बताया कि 48 वर्षीय डॉक्टर को कोरोना का पहला टीका 16 जनवरी और दूसरा एक मार्च को लगाया गया था. उन्होंने बताया कि 10 मार्च को जांच में डॉक्टर को कोरोना संक्रमित पाया गया. फिलहाल ये डॉक्टर क्वारंटीन हैं.
मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस बड़ी तेजी के साथ फैल रहा है. शनिवार को प्रदेश में 603 नए पॉजिटिव मरीज मिले थे. इन बढ़ते मामलों को लेकर प्रशासन कभी भी बड़ा फैसला ले सकता है. इधर कोरोना संक्रमण की वजह से विधानसभा का सत्र भी छोटा होने की संभावना है. स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, प्रदेश में 10 जनवरी को 620 केस मिले थे. इसके बाद कोरोना की रफ्तार लगातार धीमी हो रही थी. लेकिन मार्च में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने लगी है. प्रदेश में सबसे ज्यादा केस इंदौर और भोपाल में मिल रहे हैं. 2021 में एक दिन में सबसे ज्यादा केस इंदौर और भोपाल में देखने को मिले. 11 मार्च को इंदौर में 219 और भोपाल में 138 केस मिले. 31 दिसंबर को इंदौर में 219 व भोपाल में 147 लोग पॉजिटिव आए थे. हालांकि 10 जनवरी को भोपाल में 169 केस मिले थे.

स्वास्थ्य विभाग का सिरदर्द बढ़ा
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 11 मार्च को 14,378 टेस्ट हुए, जिसमें से 603 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इस दौरान इंदौर और छिंदवाड़ा में कोरोना संक्रमण से एक-एक मरीज की मौत भी हुई. कोरोना के आंकड़े देखें तो एक्टिव केस भी लगातार बढ़ रहे हैं. इनकी संख्या मात्र 17 दिन में दो गुना हो गई है. मध्य प्रदेश में 23 फरवरी को एक्टिव केस 2151 थे, जो 11 मार्च को बढ़ कर 4335 हो गए हैं. इंदौर में सबसे ज्यादा 2906 एक्टिव केस हैं. इसके बाद भोपाल में यह संख्या 1990 है.