
इंदौर में बढ़ते संक्रमण पर CM बोले- कोरोना अभी गया नहीं है, ऐसा काम न करें, जिससे लॉकडाउन लगाना पड़े; बिना मास्क पहने लोगों से खुद घिरे रहे
सीएम ने लोगों से कोरोना गाइडलाइन का पालन करने की अपील की।
मंगलवार को मुख्यमंत्री ने किया मेडिकल सेंटर का शुभारंभ
संस्कार देने का काम संघ करता है, वह सरकार नहीं कर सकती है
मुझे कई लोगों से मिलना पड़ता है, इसलिए अक्सर कोरोना टेस्ट करवाना पड़ता है। मैं निगेटिव हूं, इसलिए मास्क निकालना पड़ेगा। कोराेना अभी गया नहीं है, इसलिए आप ऐसा काम न करें, जिससे हमें फिर से लॉकडाउन की ओर जाना पड़े। आजकल मैं इशारे करता हूं और काम आपने आप हो जाते हैं। यह बात CM शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मेडिकल सेंटर के शुभारंभ अवसर पर कही।
CM ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सह सर कार्यवाह सुरेश सोनी से उद्बोधन के पहले मास्क निकालने की इजाजत मांगी। CM ने कहा कि संस्कार देने का काम संघ करता है। वह सरकार नहीं कर सकती है। हमने यहां ऐसे भिखारी भी देखे हैं, जो मुसीबत के समय राष्ट्र के लिए सब कुछ न्यौछावर कर देते हैं। यह सिर्फ संस्कार से आता है। छोटे-छोटे बच्चे गुल्लक तोड़कर अच्छे काम में लगा देते हैं। इंदौरवासियों ने कोरोनाकाल में दिल खोलकर लोगों की सेवा की है। सभी ने आगे आकर सहयोग किया। लोगों को खाना खिलाया, जूते पहनाए, दवाइयां बांटी। यह सब संस्कार ही तो हैं।
कोरोना गाइडलाइन के पालन की अपील
मुख्यमंत्री ने इंदौर में बढ़ रहे कोरोना मरीजों की संख्या पर चिंता जताते हुए कहा, सभी कोराेना गाइडलाइन का पालन करें। मैं चाहता हूं कि लॉकडाउन जैसी स्थिति इंदौर में फिर से नहीं बने। माफियाओं को लेकर उन्होंने कहा कि प्रदेश में माफिया राज के खिलाफ सरकार सख्त है। लव जिहाद को लेकर बोले- प्रदेश में प्यार तो चलेगा, लेकिन लव जिहाद नहीं चलेगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को कहा कि कहां योगदान देना है, कैसे देना है.. वो मैंने कह दिया है। आजकल मैं इशारे करता हूं, बाकी काम अपने आप हो जाते हैं।
गुरुजी सेवा न्यास द्वारा नवनिर्मित मेडिकल सेंटर।
ट्रस्ट के बारे में एक नजर
ट्रस्ट के प्रकल्प संयोजक गोपाल गोयल ने बताया, समाज के वंचित वर्ग को स्तरीय चिकित्सा सुविधा मिल सके, इसलिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के द्वितीय संघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर, जिन्हें सभी गुरुजी के नाम से जानते हैं.. के जन्म शताब्दी वर्ष 2008 में श्री गुरुजी गोवा न्यास की स्थापना की गई थी। 2010 में जमीन का भूमिपूजन हुआ। फिर इस मेडिकल सेंटर ने आकार लिया। यह मेडिकल सेंटर करीब 5 करोड़ की लागत से जनसहयोग से तैयार हुआ है।
ये सुविधाएं मिलेंगी
यहां अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मौजूद हैं, जिसमें डायलिसिस, फिजियोथैरेपी, पैथोलाजी लैब, ब्लड बैंक, योगा केंद्र, प्रधानमंत्री जन औषधीय केंद्र, आयुष्मान भारत योजना, ऐलोपैथी, नेचुरोपैथी, परामर्श केंद्र के साथ पुस्तकालय। यहां कम दर पर इलाज किया जाएगा। जैसे, डायलिसिस 400 रुपए, फिजियोथैरेपी 100 रुपए प्रति विजिट, 50 रुपए में 10 दिन परामर्श, योगा केंद्र 300 रुपए प्रति महीने। सभी दवाइयों और जांच में 70 फीसदी का डिस्काउंट मिलेगा।