
नई दिल्ली । तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है। इस बीच, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने आशंका जताई है कि किसान आंदोलन के खिलाफ केंद्र सरकार कुछ तो खिचड़ी पका रही है। उन्होंने कहा, सरकार की खामोशी इशारा कर रही है कि आंदोलन के खिलाफ कुछ तो होने वाला है। 15-20 दिनों से सरकार खामोश है। वह किसी न किसी तैयारी में लगी है।
किसान नेता ने आगे बताया कि हम तब तक दिल्ली से वापस नहीं जाएंगे, जब तक कानून को लेकर उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती। अब केंद्र सरकार को फैसला करना है कि आंदोलन कब खत्म होगा। सरकार सभी मांगे मान ले तो हम भी अपने गांव चले जाएंगे। अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर किसान खेत भी देखेंगे और आंदोलन भी। आंदोलन खत्म करने को लेकर पूछे गए सवाल पर टिकैत ने कहा कि किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच अब तक 12 दौर की बैठकें हो चुकी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भी कहा है कि बातचीत के जरिये किसानों की समस्या का समाधान होगा। लेकिन बैठक को लेकर अभी तक केंद्र सरकार की ओर से किसी भी प्रकार का प्रस्ताव किसानों को नहीं मिला है। सरकार जब बुलाए हम बातचीत को तैयार हैं।
24 मार्च तक देशभर में होंगी महापंचायत
किसानों द्वारा अपनी फसलें नष्ट करने के सवाल पर टिकैत ने कहा कि हम तो बता रहे हैं कि अभी ऐसा समय नहीं आया है। लेकिन सरकार को भी किसानों से अपील करनी चाहिए कि वे फसल नष्ट न करें। इधर, महापंचायतों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि हम 24 मार्च तक देशभर में कई महापंचायत करेंगे।