नई दिल्ली । एक के बाद एक कई विधायकों के इस्तीफों के बाद पुडुचेरी में नारायणसामी सरकार ने बहुमत गवां दिया। नारायणसामी ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद भाजपा और केंद्र सरकार पर उनकी सरकार के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया है। अब कांग्रेस पार्टी की नजर अब आगामी विधानसभा चुनाव पर लग गई है। कांग्रेस के राज्य नेतृत्व ने तय किया है कि पार्टी अगले दिनों में इसी मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएगी।
बताया जाता है कि वहां कांग्रेस अपने खिलाफ हुई साजिश की दुहाई देकर लोगों की सहानुभूति पाने की कोशिश करेगी। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने इस मुद्दे को पुडुचेरी में भुनाने की तैयारी शुरू कर दी है। प्रदेश के एक सीनियर नेता ने कहा कि जिन्हें जाना था, चले गए। उन्होंने कहा पुडुचेरी में कांग्रेस कुछ लोगों की वजह से नहीं, बल्कि वहां की जनता की वजह से है, जो जानती है कि इस केंद्र शासित प्रदेश को भारत का हिस्सा बनाने में कांग्रेस ने कितनी अहम भूमिका निभाई है।
इसलिए लोग उसे प्यार करते हैं। चर्चा है कि कांग्रेस वहां बड़े पैमाने पर राहुल गांधी को प्रचार में उतारेगी। वहां पार्टी ने चुनावों को लेकर पहले ही तैयारियां शुरू कर दी हैं। डीएमके साथ वहां तालमेल की बात चल रही है। चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस से बड़े पैमाने पर विधायकों के इस्तीफे पर पार्टी के एक नेता ने कहा कि बेशक विधानसभा क्षेत्रों को लेकर कुछ शुरुआती दिक्कतें आ सकती हैं, लेकिन उनका विकल्प पार्टी के पास है, जो मैनेज कर लिया जाएगा।
पार्टी पुडुचेरी में अपना चेहरा बदलने की संभावना से इनकार नहीं कर रही। वह मान रही है कि नारायणसामी सरकार के खिलाफ लोगों की नाराजगी हो सकती है, क्योंकि वहां की निवर्तमान उपराज्यपाल किरण बेदी ने उन्हें काम नहीं करने दिया। वहां तमाम पदों और संस्थाओं में नियुक्ति होनी थी लेकिन कांग्रेस सरकार वह नहीं करा पाई, क्योंकि उसे उसके लिए बेदी की हरी झंडी नहीं मिली। इसी तरह से जब स्थानीय निकायों के चुनाव की बात आई तो भी उपराज्यपाल ने मांग खारिज कर दी। कांग्रेस इन्हीं सारी चीजों को लेकर लोगों के बीच जाकर बताएगी। यहां तक कि कल्याणकारी योजनाओं को भी लागू करने में बाधा होती रही।
पार्टी को लगता है कि चुनाव से एन पहले दो महीने के लिए वहां जिस तरह से सरकार गिराई गई, उसे जनता समझ रही है। वहीं पार्टी के एक अहम रणनीतिकार का कहना है कि हमारे विधायकों को पैसे के बल पर और डर दिखाकर तोड़ा गया है। कांग्रेस का मानना है कि लोग भी समझते है कि पांच साल तक सरकार को वहां काम करने नहीं दिया गया।
पुडुचेरी में सरकार गिरने के बाद कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव पर गड़ाई नजरें
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