भोपाल । तेलंगाना और आंध्रप्रदेश में अपनी जड़ें जमा चुकी एआईएमआईएम ने अब मध्यप्रदेश का रुख कर लिया है। वो नगरीय निकाय चुनाव से प्रदेश की राजनीति में पदार्पण करने की तैयारी कर रही है। एमपी में एंट्री से पहले इस राजनीतिक दल ने इंदौर के साथ प्रदेश के कुछ खास शहरों में सर्वे कराया है। इसका एक दौर पूरा हो चुका है
एआईएमआईएम ने मप्र में पैठ बढ़ाने के लिए जो तरीका निकाला है वो कुछ अलग है। पार्टी ने सर्वे करा लिया है और अब औवेसी क्लीनिक खोलकर जनता में पैठ बना रही है। एआईएमआईएम अभी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी बल्कि सिर्फ 10 से 12 पार्षदों का चुनाव लड़ेगी।
संजीवनी की तर्ज पर औवेसी क्लीनिक
इंदौर में पार्टी ने 10 से 12 मुस्लिम बाहुल्य वार्डों पर ध्यान केंद्रित किया है। वो सेवा के जरिए लोगों के बीच अपनी पैठ बनाने की जुगाड़ में है। यहां पार्टी ने औवेसी चेरिटेबल क्लीनिक शुरू कर दिए हैं। इनमें मात्र 10 रुपये फीस लेकर इलाज किया जा रहा है।ये क्लीनिक दिल्ली के मोहल्ला और मध्यप्रदेश के संजीवनी क्लीनिक की तर्ज पर हैं।
मेयर का चुनाव नहीं
इंदौर में औवेसी की 250 बेड का एक अस्पताल शुरू करने की भी योजना है। इन्हीं क्लीनिक्स के जरिए वो धीरे-धीरे लोगों को जोड़ रहे हैं।एआईएमआईएम के कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष और खजराना इलाके में ओवैसी क्लीनिक चला रहे डॉ।नईम अंसारी का कहना है इस बार के नगरीय निकाय चुनाव में उनकी पार्टी सिर्फ 10 से 12 पार्षदों को उतारेगी। एआईएमआईएम अभी मेयर का चुनाव नहीं लड़ेगी।
25 जिलों में चुनाव लडऩे की तैयारी
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के चुनाव कोर्डिनेटर डॉ. फारुख शेख का कहना है इंदौर के अलावा मध्यप्रदेश के करीब 25 जिलों में पार्टी की चुनाव लडऩे की तैयारी है। इसके लिए प्रदेश का प्रभार हैदराबाद नगर निगम के पार्षद सैयद मिनहाजुद्दीन को सौंपा है।वे बीते दिनों इंदौर का दौरा कर चुके हैं। उन्हीं की देखरेख में सर्वे हुआ है। अगले सप्ताह वे फिर इंदौर आ सकते हैं। चुनाव प्रचार के लिए खुद असदुद्दीन ओवैसी शहर आएंगे,इंदौर में खजराना,चंदन नगर,आजाद नगर,ग्रीन पार्क,बंबई बाजार जैसे मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में पार्षद पद के उम्मीदवार खड़े करने का फैसला हो चुका है लेकिन कई दूसरे शहरों में मेयर और नगर पालिका अध्यक्षों को भी मैदान में उतारने की तैयारी है।