किसानों को सिंचाई के लिए पानी की किल्लत ना हो, इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार बलराम तालाब योजना चला रही है। इस योजना का मकसद बारिश के पानी को संरक्षित करना भी है। 2007 में इस योजना की शुरुआत की गई थी। योजना के तहत किसानों को तालाब बनाने के लिए अनुदान दिया जाता है।
यह है बलराम तालाब योजना?
इस योजना के तहत तालाब का निर्माण किसानों के ही खेत पर किया जाता है। योजना का लाभ मध्य प्रदेश के सामान्य, छोटे और सीमांत किसानों के साथ ही अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के किसानों को दिया जाता है।
क्यों शुरू हुई योजना?
योजना के जरिए वाटर लेवल को बढ़ाना है। साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए पानी भी उपलब्ध हो सके। इन तालाबों के माध्यम से न सिर्फ खेत पर सिंचाई की जा सकती है, बल्कि इसके आस-पास मौजूद कुओं और नलकूपों के जलस्तर को बढ़ाने में भी मदद मिलती है।
यह हैं शर्तें
योजना का लाभ किसानों को एक बार ही मिलेगा
तालाब का निर्माण किसान की जमीन पर किया जाएगा
इस योजना के लिए वे ही किसान पात्र होंगे जिनके पास वित्तीय वर्ष 2017-18 अथवा उसके बाद ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर की स्थापना की गई हो और वह चालू स्थिति में हो
पट्टे की भूमि पर निर्माण कार्य नहीं किया जाएगा
भूमि संरक्षण सर्वे अधिकारी द्वारा उक्त सभी शर्तों को सत्यापित किया जाएगा
क्या है आवेदन करने का तरीका?
इसके लिए क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी को आवेदन देना होगा। आवेदन के आधार पर जिला पंचायत द्वारा स्वीकृति प्रदान की जाएगी। डीबीटी के जरिए किसान के खाते में राशि भेजी जाएगी।सामान्य वर्ग के किसान को लागत का 40 प्रतिशत अधिकतम 80 हजार रुपये। लघु सीमांत किसान को लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम 80 हजार रुपये और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के किसानों को लागत का 75 प्रतिशत अधिकतम 1 लाख रुपये मिलेगा।