जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में रिटायर्ड MPEB कर्मी के खाते से जालसाज ने 9.88 लाख रुपए उड़ा लिए। ये पैसे उन्हें पेंशन के मिले थे। कर्मी का कहना है कि रविवार को बैंक अधिकारी बनकर किसी जालसाज का कॉल आया था। उसने केवाइसी अपडेट करने के नाम पर ओटीपी पूछा।   


 

बताने से इनकार करने पर बोला, नहीं बताया तो खाते से दो लाख रुपए पेनाल्टी के कट जाएंगे। इस डर से उन्होंने ओटीपी बता दिया। इसके बाद खाते से चार बार में 9.88 लाख रुपए निकल गए। इसके बाद भी जालसाज कॉल करता रहा। गढ़ा पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है।

भोले कुटी शक्तिनगर निवासी हरिओम गुप्ता (60) रिटायर्ड कर्मी हैं। उनका नयागांव स्थित एसबीआई में खाता है। रविवार सुबह वह घर पर थे। रविवार सुबह 9.39 बजे मोबाइल पर मैसेज आया। मैसेज में 64 हजार रुपए के लेनदेन की बातें लिखी थी। इसके बाद सुबह 10.20 बजे मोबाइल नंबर 8339802181 से कॉल आया। कॉलर ने कहा कि वह एसबीआई के मुंबई हेडक्वार्टर से बोल रहा है। कॉलर ने कहा कि उसकी केवाइसी अपडेट नहीं है। इसके लिए ओटीपी नंबर भेज रहा हूं। उसे बता देना। इस पर हरिओम गुप्ता ने बताने से मना कर दिया।

जालसाज ने हरिओम को दो लाख की पेनाल्टी का डर दिखाया। बोला कि ये रकम उसके खाते से कट जाएगी। इस डर से हरिओम ने ओटीपी बता दिया। 10 मिनट बाद जालसाल का फिर कॉल आया। संदेह होने पर हरिओम ने सुबह 11 बजे खाते का स्टेटमेंट चेक किया, तो होश उड़ गए। उनके खाते 64 हजार रुपए, पांच लाख रुपए, चार लाख रुपए, 24 हजार रुपए चार बार में निकाले गए थे। हरिओम ने जालसाज को कॉल लगाकर बताया, तो उसने कहा कि अभी पैसे आ जाएंगे।

हरिओम की शिकायत पर गढ़ा पुलिस ने 420 का मामला दर्ज कर जांच में लिया है। सोमवार को पुलिस ने बैंक पहुंच कर जांच की, तो बताया गया कि तकनीकी कारणाें से उक्त रकम एफडीआर (फिक्स डिपॉजिट रिस्पिट) में चली गई है। सीएसपी गढ़ा तुषार सिंह ने बताया कि केस दर्ज कर साइबर सेल को खाता होल्ड कराने के लिए भेजा गया था। बैंक की तरफ से पैसा पीड़ित के खाते में वापस कराने की प्रक्रिया पूरी की जा रही है।