नई दिल्ली : मैट्रो के नोएडा/वैशली-द्वारका लाइन पर सफर करने से लोग अब डरने लगे हैं। इस लाइन पर सफर करने वाले यात्रियों को यह पता नहीं होता कि मैट्रो कहां खड़ी हो जाएगी।
बुधवार सुबह करीब 9:15 बजे इस लाइन पर एक बार फिर से हजारों यात्रियों को व्यस्ततम समय में मैट्रो ने एक घंटे से अधिक समय तक परेशान किया। नोएडा जाने वाली मैट्रो में अपने आप ब्रेक लगने की वजह से द्वारका सैक्टर-14 स्टेशन पर मैट्रो रुक गई।
गड़बड़ी की जानकारी के बाद मैट्रो को सुबह 10 बजे ट्रैक से हटाकर नजदीकी डिपो पर जांच के लिए भेज दिया गया। मैट्रो प्रबंधन के अनुसार गड़बड़ी की जांच के बाद ही कुछ भी कहा जा सकेगा।
हालांकि मैट्रो में आई तकनीकी खराबी के बाद यात्रियों की सुविधा के लिए सिंगल लाइन पर ट्रेन भी चलाई गई। बीते 2 सितम्बर को भी इसी रूट पर मैट्रो परिचालन में परेशानी हो गई थी।
व्यस्त समय में हुई इस दिक्कत के बाद खुद प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने मैट्रो भवन से परिचालन का जायजा लिया था। साथ ही मामले की जांच के लिए कमेटी भी गठित की थी।
बुधवार को मैट्रो में तकनीकी खराबी की वजह से द्वारका सैक्टर-14 पर मैट्रो रुक गई। अपने आप ब्रेक लगने की इस घटना के बाद मैट्रो के तकनीकी अधिकारियों ने खराबी को दूर करने का प्रयास किया लेकिन समस्या बरकरार रही।
इसके बाद 10 बजे मैट्रो को ट्रैक से हटा लिया और उसमें सवार यात्रियों को दूसरी ट्रेन में चढ़ाकर मंजिल पर रवाना किया गया। इस दौरान द्वारका से द्वारका सैक्टर-21 मैट्रो स्टेशन के बीच सिंगल लाइन पर दोनों तरफ के लिए ट्रेन चलाई गई।
बिजवासन निवासी रणधीर सहरावत ने बताया कि वह सैक्टर-9 से मैट्रो में नोएडा जाने के लिए सुबह करीब 9:40 बजे चढ़े थे लेकिन कुछ ही आगे जाकर मैट्रो रुक गई।
काफी प्रतीक्षा के बाद भी जब मैट्रो आगे नहीं चली तब मैट्रो खराबी की घोषणा हुई। इसके बाद यात्रियों को दूसरी मैट्रो में चढ़ाया गया लेकिन इस प्रक्रिया में नोएडा पहुंचने में काफी समय लगा।
रोजाना करीब डेढ़ से पौने 2 घंटे के बीच यह सफर पूरा हो जाता है लेकिन बुधवार को लगभग 3 घंटे नोएडा सैक्टर-16 पहुंचने में लग गए।
ब्ल्यू लाइन मैट्रो ने फिर रुलाया, अपने आप ही लगे ब्रेक
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