नई दिल्ली: मोदी सरकार के सौ दिनों पर कांग्रेस ने एक 'ब्लैक बुक' (काली किताब) जारी की है। सूत्रों के अनुसार 16 पन्नों वाली इस किताब में कांग्रेस ने भाजपा के चुनावी नारों पर निशाना साधते हुए मोदी सरकार को 'खोखले वादे वाली निकम्मी सरकार' का तमगा दिया है।कांग्रेस ने उपचुनावों में मिली सफलता से उत्साहित भाजपा और मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने भाजपा के 'कांग्रेस मुक्त भारत' के नारे पर निशाना साधते हुए कहा कि आम चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के मतों के बीच महज 6 करोड़ वोटों का अंतर ही रहा है। ऐसे में भाजपा का यह नारा खोखला है। कांग्रेस ने उपचुनावों में मिली जीत के हवाले से कहा है, 'जैसे-जैसे भाजपा के वादों की असलियत खुलेगी जनता उससे दूर होती चली जाएगी।'

बताया जा रहा है कि उपचुनाव की जीत से कांग्रेस को राहत मिली है। इन नतीजों ने हाशिए पर खड़ी कांग्रेस पार्टी और संगठन के भीतर ही आलोचना के केंद्र में आए पार्टी आलाकमान को विरोध से पार पाने का मौका दे दिया है। ऐसे में पार्टी के भीतर बदलाव लाने की कांग्रेस आलाकमान की कोशिशों के एक बार फिर तेज होने की संभावना है। विदेश दौरे पर गए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सप्ताहांत लौटने के बाद पार्टी में कुछ सख्त निर्णय लिए जा सकते हैं।

दरअसल विधानसभा चुनावों के बाद होने वाले संगठन के फेरबदल में कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व पार्टी को भविष्य के बदलाव के लिए तैयार कर लेना चाहता है। मोदी को घेरने में जुटी कांग्रेस को लगता है कि उपचुनावों में पार्टी को मिली सफलता से एक बार फिर कांग्रेस के झंडे तले धर्मनिरपेक्ष दलों को जमावड़ा हो सकेगा।