भोपाल। राजधानी के नवीन जिनालय श्री सीमंधर स्वामी मंदिर परिसर में आज विशेष चहल पहल थी श्रद्धा भक्ति और अस्था के सैलाब के साथ श्रद्धालुओं ने प्रवर्तनी महोदया चंद्रप्रभा जी म.सा. की सुशिष्या प्रभंजना श्रीजी म.सा. का 40वां दीक्षा दिवस संयम दिवस के रूप में मनाया गया ध्वज वंदन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।  श्रद्धालुओं ने भगवान सीमंधर स्वामी का अभिषेक कर और संगीतमय स्वरलहरियों के साथ भक्ति भाव से दादा गुरुदेव की पूजा-अर्चना की । श्रद्धालुओं द्वारा गुरुवर्या साध्वी प्रभंजना श्रीजी म.सा. के कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया प्रवक्ता अंशुल जैन ने बताया कि गुरुभक्त सुनील भण्डारी एवं जयंत डागा परिवार जनों ने साध्वी जी का बहुमान किया।  उपस्थित समुदाय ने करतल ध्वनि से संयम पथ की अनुमोदना की संचालन मीना कोठारी द्वारा किया गया।  समाज की महावीर बहुमण्डल चौक, गुरुगुण महिला मण्डल कोहेफिजा, सिटी महिला मण्डल, जैन यूथ क्लब, सीमंधर पाठशाला परिवार के सदस्यों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम और भक्ति संगीत के द्वारा जैन दर्शन व जैन सिद्धांतों को प्रतिपादित करते हुए संयम का महत्व बताया।  आशीषवचन में गुरुवर्या प्रभंजना श्रीजी म.सा. ने कहा कि संयम तो आत्मा का श्रृंगार है, संयम प्रदर्शन के लिये नहीं आत्मदर्शन के लिये होता है जीवन में संयम का बहुत महत्व है असंयमित जीवन बिना ब्रेक की गाड़ी के समान है जिसमें दुर्घटना होना निश्चित है असंयम व्यक्ति के चित्त और वित्त को तहस नहस कर देता है इस अवसर पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ललित जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ के अध्यक्ष राजेश तातेड़ तुलसी नगर संघ के वीरेन्द्र कोठारी कोहेफिजा संघ के महेश तातेड़ ललित नाहटा एडवाकेट मनोज पारेख दीपक भण्डारी जैन यूथ क्लब के रीतेश भण्डारी कपिल झाबक अविश भण्डारी सहित सकल श्वेताम्बर संघ के विभिन्न मंदिर समितियों के पदाधिकारी एवं विभिन्न संगठनों के सदस्यों ने गुरु वंदना कर गुरुवर्या के 40वें संयम दिवस की अनुमोदना की दीक्षा दिवस के अवसर पर अनेक श्रद्धालुओं एवं युवक-युवतियों ने अध्यात्म को अंगीकार कर जीवन के कल्याण के लिये नियम भी लिये।