वाराणसी के ज्वेलर्स के 1.75 करोड़ हड़पने के लिए लूट का ड्रामा, मुंबई जा रहे थे सिवनी में पकड़ाए, भाई का कर्ज उतारने को कर्मचारी ने ही रची साजिश
सिवनी एसपी ने मामले का खुलासा किया।
कार की बोनेट में छुपाए थे रुपए, शॉर्ट सर्किट से जले कुछ नोट उड़ते बाहर गिरे तो हुआ शक
वाराणसी के ज्वेलर्स ने यूपी के कौशाम्बी में दर्ज कराई थी लूट की रिपोर्ट, तीन गिरफ्तार
पहले कहानी बताकर किया गुमराह, पुलिस ने सख्ती की तो कबूली वारदात
उत्तरप्रदेश के बनारस के ज्वेलर्स के 1.75 करोड़ रुपए के लूट की साजिश ज्वेलर्स के कर्मचारी ने अपने भाई और दो अन्य के साथ मिलकर रची। लुटेरों के मुंबई भागने के दौरान मध्यप्रदेश पुलिस ने सिवनी में तीन आरोपियों को पकड़ लिया। पहले तो आरोपी पुलिस को गुमराह करते रहे। बाद में वारदात कबूल कर ली। कौशाम्बी में भी ज्वेलर्स ने लूट का मामला दर्ज करा रखा है।
सिवनी एसपी कुमार प्रतीक के मुताबिक 31 जनवरी की शाम सूचना मिली थी, कुरई थाना क्षेत्र में इनोवा कार एमएच 01 एएच 7264 से कुछ जले हुए नोट उड़ रहे हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी हरिओम यादव, सुनील और ग्यासबाबू अंसारी को पकड़ा। यहां देखा कि कार में कई पैकेट्स में 500-500 की गडि्डयों में नोट रखे थे। बोनट में भी रुपए छिपाकर रखे गए थे। बोनट में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण कुछ नोट जल गए थे। कार से एक करोड़ 74 लाख रुपए भी मिले। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ये पैसा बनारस के दशरथ ज्वेलर्स के व्यापारी का है। वह पैसे लेकर मुंबई जा रहे हैं। वहां से ज्वेलरी लेना है। पुलिस को उनकी कहानी पर विश्वास नहीं हुआ।
फिर यूपी में हुई लूट का चला पता
एसपी ने मामले की जांच शुरू करवाई। इस दौरान पता चला कि 30 जनवरी को उत्तरप्रदेश के कौशाम्बी थाने में पौने दो करोड़ रुपयों की लूट का मामला दर्ज है। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों से सख्ती से पूछताछ की। फिर आरोपियों ने पूरी कहानी सुना दी।
कर्ज चुकाने के लिए रची साजिश
हरिओम यादव ने पुलिस काे बताया कि वह मुंबई में ड्राइवर का काम करता है। उसका भाई हरिनाथ यादव बनारस के व्यापारी दशरथ ज्वेलर्स के यहां काम करता है। वह अक्सर व्यापारी के पैसे लेकर मुंबई जाता रहता है। हरिओम अपने परिवार के साथ मुंबई में रहता है। यहां उन पर काफी कर्ज हो गया। इस कारण उसने भाई के साथ मिलकर लूट की साजिश रची। उन्होंने सोचा कि लूट के पैसे से सारा कर्ज चुका देंगे।
ऐसे बनाई लूट की योजना
हरिनाथ एक अन्य के साथ स्कॉर्पियो कार से 29 जनवरी को ज्वेलर्स के 1.75 करोड़ रुपए लेकर मुंबई के लिए निकला। इधर, आरोपी भी मुंबई से इनोवा कार निकल लिए थे। इसके बाद योजनाबद्ध तरीके से हरिनाथ ने अपनी गाड़ी को कौशाम्बी के रहने वाले चाचा के ढाबा के पास रोकी। कुछ देर बाद इनोवा कार से हरिओम, सुनील और ग्यासबाबू अंसारी यहां पहुंचे। उन्होंने हरिनाथ और उसके साथी के साथ मारपीट की, जिससे लगे कि पैसा लूट लिया गया है। इसके बाद पैसा लूटकर तीनों फरार हो गए। हरिनाथ ने इसकी सूचना ज्वेलर्स को भी दी। ज्वेलर्स ने तुरंत कौशाम्बी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
आरोपी जाने वाले थे मुंबई
तीनों आरोपी लूट का पैसा लेकर जबलपुर मार्ग से सिवनी होते हुए मुंबई जा रहे थे, लेकिन बीच में पकड़ लिए गए।