नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला और विभिन्न हिस्सों में हुई हिंसा के बाद किसानों के आंदोलन को लेकर विरोध के स्वर तेज हो गए हैं। नए कृषि कानूनों के विरोध में करीब दो महीनों ने यूपी गेट और गाजीपुर बॉर्डर डेरा डालकर बैठे किसानों को हटाने के लिए पुलिस ने कमर कस ली है। इसके लिए धरनास्थलों के बिजली-पानी काटकर पुलिस और अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है। पुलिस और अर्धसैनिक बलों की बढ़ी तादाद को देखकर किसान आशंकित दिख रहे हैं। वहीं, राकेश टिकैत के भाषण में बल पूर्वक हटाए जाने का डर दिख रहा है। किसान नेता आगे की रणनीति को लेकर आपस में बैठक कर रहे हैं। गाजीपुर बॉर्डर : भाजपा पार्षद मनोज गोयल के साथ स्थानीय लोगों ने पुलिस से किसानों को हटाने की मांग की। गाजीपुर बॉर्डर : लोनी से भाजपा विधायक नंदकिशोर गुर्जर भी अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ गाजीपुर बॉर्डर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने विधायक नंदकिशोर गुर्जर को मनाकर वापस भेज दिया है। विधायक ने बताया अगर रविवार तक सभी देशद्रोही बॉर्डर से नहीं उठे तो वह खुद बॉर्डर खाली कराएंगे। दिल्ली : एनकाउंटर स्पेशलिस्ट एसीपी ललित मोहन नेगी को यूएपीए का नया जांच अधिकारी बनाया गया जो लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने की घटना और दंगों के लिए रची गई साजिश की जांच करेंगे। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का धरना खत्म कराने के लिए धारा-144 लगाई गई। बॉर्डर पर बैरिकेडिंग कर दोनों तरफ से बंद किया गया। गाजीपुर बॉर्डर : गाजियाबाद एडीएम सिटी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि सीआरपीसी की धारा 133 (उपद्रव हटाने के सशर्त आदेश) के तहत किसानों को एक नोटिस दिया गया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हम यहीं बैठे रहेंगे, गांव से पानी आएगा तभी पीऊंगा। देश ने मुझे झंडे दिए तो पानी भी देगा। उन्होंने भाजपा पर आंदोलन को साजिश के तहत खराब करने का आरोप लगाया है। राकेश टिकैत ने कहा कि हम अपना धरना-प्रदर्शन जारी रखेंगे और सरकार से बातचीत होने तक धरनास्थल खाली नहीं करेंगे। प्रशासन ने पानी और बिजली की आपूर्ति सहित बुनियादी सुविधाओं को हटा दिया है। हमें अपने गांवों से पानी मिलेगा। गाजीपुर बॉर्डर : प्रशासन द्वारा पानी और शौचालय जैसी सभी सुविधाएं हटाए जाने के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने अनशन शुरू करने का ऐलान किया। राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे साथ अत्याचार किया जा रहा है। कृषि कानून वापस नहीं हुए तो वह आत्महत्या कर लेंगे।गाजीपुर बॉर्डर : भावुक होकर रोते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि किसान को मारने की कोशिश की जा रही है। मैं किसान को बर्बाद नहीं होने दूंगा। किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि जबर्दस्ती से किसान आंदोलन बंद नहीं होगा। जब तक सांस चलेगी तब तक लड़ेंगे। अभी हमारी कोई योजना नहीं है। अभी हम मीटिंग करेंगे। पता नहीं सरकार क्या-क्या षड्यंत्र करती है। किसानों के धरने के खिलाफ गाजीपुर बॉर्डर पर जुटे स्थानीय लोग, पुलिस से धरनास्थल खाली कराने की अपील कर नारेबाजी कर रहे हैं लोग। उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी डीएम और एसएसपी को आदेश दिया है कि वे राज्य में सभी किसान आंदोलन समाप्त करें: सरकारी अधिकारी दिल्ली पुलिस बताया कि 26 जनवरी की हिंसा के संबंध में दिल्ली के कई थानों में 33 एफआईआर दर्ज की गई हैं। उनमें से नौ को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच में ट्रांसफर कर दिया गया है। इस मामले में किसान नेताओं सहित 44 लोगों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है। गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत ने सरेंडर करने की बात को अफवाह बताया और कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। गाजीपुर बॉर्डर : टिकैत ने कहा कि तिरंगे का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सुप्रीम कोर्ट दीप सिद्धू के दो महीने के कॉल रिकॉर्ड्स की जांच कराए। गाजीपुर बॉर्डर : राकेश टिकैत ने गुरुवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट जांच कराए कि लाल किले की हिंसा में कौन-कौन शामिल थे। यूपी गेट : किसान नेता गिरफ्तारी देने को तैयार, लेकिन आंदोलन जारी रखने का ऐलान। गाजीपुर बॉर्डर: बीकेयू से जुड़े सूत्रों ने बताया- भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के गाजियाबाद प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण करने की संभावना। टीकरी बॉर्डर : हिंसा के बाद पुलिस ने बॉर्डर पर सख्ती बढ़ा दी है। किसानों के धरनास्थल से लगभग 1 किलोमीटर पहले बैरिकेडिंग लगाकर रास्ते को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है। टीकरी बॉर्डर मेट्रो स्टेशन के नीचे बैरिकेडिंग कर दी गई है। आम जनता को भी इस मेट्रो स्टेशन का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं दी जा रही है। टीकरी बॉर्डर पर पुलिस फोर्स के अलावा कल रात से अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टुकड़ियों को भी तैनात कर दिया गया है।गाजियाबाद जिला प्रशासन ने यूपी गेट धरनास्थल खाली करने के लिए आद किसानों को अल्टीमेटम दे दिया है। माना जा रहा है कि आज ही धरनास्थल खाली हो सकता है। हालात का जायजा लेने के लिए जिला मजिस्ट्रेट अजय शंकर पांडेय सहित प्रशासन एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। धरनास्थल को खाली कराने की जिला प्रशासन के द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है। यूपी गेट : प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मैराथन बैठक जारी, गाजियाबाद के डीएम और एसएसपी भी यूपी गेट पर पहुंच गए हैं। दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने दिल्ली पुलिस कर्मियों को पत्र में लिखा कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के हिंसक हो जाने पर आपने अत्यंत संयम और सूझबूझ का परिचय दिया। मैं आपके संयम और धैर्य के लिए धन्यवाद देता हूं। पुलिस कमिश्नर ने कहा कि मैं आपको बताना चाहूंगा कि आने वाले दिन हमारे लिए बहुत चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। इसलिए, हमें सतर्क रहना होगा। हमें धैर्य रखते हुए और अनुशासित रहना होगा।
- दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव पुलिस मुख्यालय में विशेष पुलिस आयुक्त (खुफिया) और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं।
- उत्तर प्रदेश के ADG (कानून-व्यवस्था) ने बताया कि 26 जनवरी को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कुछ किसान संगठनों ने स्वेच्छा से चिल्ला बाॅर्डर, दलित प्रेरणा स्थल से आंदोलन वापस ले लिया। बागपत में लोगों को समझाने के बाद उन्होंने रात में धरना खत्म कर दिया। यूपी गेट पर अभी कुछ लोग हैं, उनकी संख्या काफी कम हुई है।
- गाजियाबाद : लिंक रोड स्थित टेंटों को भी हटाया जा रहा है।
- गाजियाबाद : प्रशासन की मांग पर कौशांबी बस डिपो से 50 बसें यूपी गेट पर मौजूद।
- गाजियाबाद : यूपी गेट बॉर्डर पर कई बसों में भरकर भारी संख्या में पुलिस, पीएसी, केंद्रीय अर्धसैनिक बल पहुंचे।
- गाजीपुर : किसान नेताओं ने पुलिस की बढ़ती संख्या देखते हुए बैठक की है। गाजीपुर किसान आंदोलन कमेटी के प्रवक्ता जगतार सिंह बाजवा ने बताया कि बैठक में शांति से आंदोलन जारी रखने की बात हुई है। साथ ही किसान किसी भी पुलिस कार्रवाई का विरोध नहीं करेंगे। किसान शांति बनाए रखेंगे। वहीं राकेश टिकैत ने कहा कि वह प्रशासन से बात करेंगे। भाकियू के पदाधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक किसान सामूहिक रूप से गिरफ्तारी दे सकते हैं।
- राकेश टिकैत ने कहा मैं नोटिस पढ़ूंगा, उन्होंने मुझे जवाब के लिए 3 दिन का समय दिया है। किसान यूनियनों की जिम्मेदारी के रूप में यहां आए और उन्होंने अपनी जिम्मेदारी ली। हमने हमें लिखित में दिए गए मार्ग का फोटो खींचा था। पुलिस ने इसे रोक दिया और दिल्ली के लिए मार्ग खुला रखा।
- राकेश टिकैत ने दीप सिद्धू को लेकर कहा कि लाल किले पर कोई जाता है और झंडा फहराता है, कोई फायरिंग क्यों नहीं की गई? पुलिस कहां थी? वह वहां कैसे गया? पुलिस ने उसे छोड़ने की अनुमति दी और उसे गिरफ्तार नहीं किया। अभी भी कुछ नहीं किया गया है। वह व्यक्ति कौन था जिसने पूरे समुदाय को परेशान किया।
- गाजीपुर बॉर्डर : गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रवक्ता राकेश टिकैत को नोटिस देकर तीन दिन में जवाब मांगा।
- हरियाणा : एनएच-19 पर गांव आटोहा में चल रहे किसान धरनास्थल को खाली करवाने का प्रयास पलवल पुलिस ने शुरू कर दिया है। पुलिस के आला अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसानों को धरनास्थल खाली करने के लिए कह दिया है। किसानों ने कहा कि उनके पास पुलिस आई और उनको धरनास्थल से उठने के लिए कहा गया है। आज धरनास्थल पर ना कोई किसान नेता दिखाई नहीं दिया और ना ही स्थानीय किसान। आंदोलनकारी किसानों ने पुलिस के कहने से धरनास्थल को खाली करना शुरू कर कर दिया है।