ग्वालियर। ग्वालियर शहर के सर्राफा बाजार जहां हर रोज करोड़ों का कारोबार होता है, 3 हथियारबंद बदमाश छुपे हुए थे। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने के लिए कहा तो उन्होंने हथियार निकाल लिए। करीब 1 घंटे तक पुलिस और बदमाश एक दूसरे पर बंदूक ताने रहे, लेकिन यह घटना फिल्मी नहीं है इसलिए ना तो फायरिंग हुई और ना ही किसी की मौत। ग्वालियर पुलिस ने सूझबूझ से काम लेते हुए तीनों बदमाशों को समर्पण के लिए राजी कर लिया। सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।


 

ग्वालियर एसपी अमित सांघी खुद पिस्तौल लिए खड़े थे

पुलिस सूत्रों ने बताया कि 20 दिन पहले झांसी में लूट कर भागे बदमाश एक मकान में छिपे थे। यूपी पुलिस की सूचना पर ग्वालियर पुलिस और क्राइम ब्रांच ने बदमाशों को घेरा। खुद एसपी ग्वालियर अमित सांघी पिस्टल लेकर सबसे आगे खड़े बदमाशों को ललकार रहे थे। सवा घंटे तक दोनों ओर से एक दूसरे पर पिस्टलें तनी रहीं। 

आंसू गैस के 2 धमाकों में दो बदमाशों ने सरेंडर किया, तीसरा ग्रेनेड की धमकी पर बाहर निकला
आखिर में पुलिस ने आंसू गैस के दो फायर किए। जिससे बदमाशों में खलबली मच गई। पहले दो बदमाशों ने हाथ ऊपर कर सरेंडर किया। एक बदमाश मरने-मारने पर अड़ा रहा। जब पुलिस ने ग्रेनेड फेंकने की धमकी दी तो तीसरे ने भी सरेंडर कर दिया। पकड़े गए बदमाशों में एक यूपी के आजमगढ़ का 25 हजार इनामी बदमाश है। जिस घर में सभी छिपे थे, वहां से 3 कट्‌टे, पिस्टल व आधा सैकड़ा कारतूस मिले हैं।

सवा घंटे तक पुलिस और बदमाश एक दूसरे पर पिस्तौल ताने रहे
गुरुवार सुबह यू्पी के झांसी जिले की पुलिस एक बदमाश को लेकर ग्वालियर एसपी के पास पहुंची। यूपी पुलिस ने बताया कि झांसी में एक लूट के मामले में आरोपी को पकड़ा है। इसने अपने तीन साथी सद्दाम खान, गोलू शर्मा, कालू उर्फ लालजीत निवासी आजमगढ़ के ग्वालियर के सराफा बाजार की जमुना बाई मार्केट के पीछे विष्णु बाल्मीकि के मकान में छिपे होने की बात कही है। इसके बाद तत्काल एसपी अमित सांघी ने क्राइम ब्रांच, कोतवाली थाना पुलिस और यूपी पुलिस को साथ लेकर सराफा बाजार में घेराबंदी कर दी। पूरे अभियान को खुद ग्वालियर एसपी लीड कर रहे थे। करीब 9 बजे पुलिस ने पूरे मकान को घेर लिया। इसके बाद बदमाशों को ललकरा गया। बदमाशों ने पुलिस को जवाब में पिस्टल दिखाई। इसके बाद वहां माहौल गर्म हो गया और दोनों तरफ से हथियार अलर्ट मोड पर आ गए। तलाशी लेने पर इनके पास से कट्‌टे मिले हैं।

एनकाउंटर के डर से सरेंडर नहीं कर रहे थे उत्तर प्रदेश के बदमाश

दो बदमाश तो बाहर आ गए, लेकिन एक बदमाश कालू उर्फ लालजीत काफी देर तक अड़ा रहा। कालू सरेंडर करने को तैयार ही नहीं था। पुलिस पर उसे विश्वास नहीं हो रहा था। इस पर पुलिस ने कालू को पांच मिनट का समय दिया और उसके बाद ग्रेनेड फेंककर मकान को ही उड़ाने की धमकी दी। इस पर घबराकर कालू ने भी सरेंडर कर दिया।

उत्तर प्रदेश के तीन बदमाश 20 दिनों से ग्वालियर में छुपे हुए थे
एसपी ग्वालियर अमित सांघी ने बताया कि बदमाशों के 20 दिन से यहां ठहरे होने की सूचना मिली थी। तीन बदमाश पकड़े गए हैं। अभी पूछताछ की जा रही है। बदमाश यहां भी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देना चाहते थे।

बड़ी मात्रा में हथियार मिले
जिस मकान में बदमाश छिपे हुए थे, वह घनी आबादी के बीच है। पुलिस को यही डर था कि यदि बदमाशों ने काउंटर अटैक किया तो यहां काफी नुकसान हो जाएगा। यही कारण था कि पुलिस को ऑपरेशन को पूरा करने में सवा घंटे लग गए।