भोपाल। युवाओं को कौशल विकास के साथ ही लर्न एंड अर्न की तर्ज पर ऑन जॉब ट्रेनिंग की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना प्रारंभ की गई है। भोपाल जिले में 1 हजार 14 से अधिक कंपनियों ने योजना में 7 हजार 200 से अधिक रिक्तियां निर्मित हुई है। कंपनियों के रजिस्ट्रेशन में इंदौर के बाद भोपाल दूसरे स्थान पर है। भोपाल जिले में 10 हजार 352 से अधिक अभ्यर्थियों ने योजना के अंतर्गत अपना रजिस्ट्रेशन किया है।
दिया जाएगा आठ हजार से 10000 प्रतिमाह स्टाइपेंड
मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के तहत ऐसे युवक-युवतियां जिनकी उम्र 18 से 29 वर्ष है तथा मध्यप्रदेश के स्थाई निवासी है और 12वी, आईटीआई या उच्च योग्यताधारी है, वे सभी युवा mmsky.mp.gov.in पर अपना पंजीयन करवा सकते हैं। प्रशिक्षण के दौरान युवाओं को आठ हजार से 10000 प्रतिमाह स्टाइपेंड दिया जाएगा। पंजीयन के पूर्व आवेदक समग्र पोर्टल पर ई-केवायसी करवाना सुनिश्चित करें। ई-केवायसी के लिए आवश्यक दस्तावेज समग्र, आईडी, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर जरूरी है।
12वीं या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा हो सकेंगे लाभान्वित
इस योजना में 12वी या आईटीआई पास अथवा उच्च शिक्षित युवा भी लाभान्वित हो सकेंगे। योजना के अंतर्गत ट्रेनिंग के दौरान 5 वीं से 12 उत्तीर्ण युवाओं को 8000, आईटीआई पास को 8500, डिप्लोमा धारी को 9000 और स्नातक अथवा उच्च शिक्षित युवाओं को 10 हजार रुपये स्टाइपेंड के रूप में प्रतिमाह प्रतिमाह दिया जाएगा।
प्रशिक्षण के लिए 703 कार्य-क्षेत्र चिन्हित किए गए :
योजना में प्रशिक्षण के लिए 703 कार्य-क्षेत्र चिन्हित किए गए हैं। इसमें विनिर्माण क्षेत्र, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, सिविल, प्रबंधन, मार्केटिंग, होटल, मैनेजमेंट, टूरिज्म, ट्रेवल, अस्पताल, रेलवे, आई.टी. सेक्टर, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, बैंकिंग, बीमा, लेखा, चार्टर्ड एकाउंटेंट और अन्य वित्तीय सेवाओं से जुड़े प्रतिष्ठानों को जोड़ा जाएगा। ऐसे बहतु से कार्य भी निर्धारित किये गये है।