श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में प्रलयंकारी बाढ़ के दौरान मदद करने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने केंद्र की मोदी सरकार का शुक्रिया अदा किया है। साथ ही उन्होंने कहा है कि राज्य सरकार गुरुवार से अपना कामकाज शुरू कर देगी।

कल संपन्न हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में त्रासदी में 200 से ज्यादा लोगों की मौत पर दुख जताया गया। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की है कि सरकार श्रीनगर स्थित सचिवालय से गुरुवार से अपना काम आरंभ कर देगी। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि बैठक के दौरान उमर ने केंद्र सरकार का संकट की घड़ी में भरपूर सहायता करने के लिए शुक्रिया अदा किया।

उधर, बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित जम्मू कश्मीर में सोमवार को भी राहत कार्य जारी रहा। सेना और एनडीआरएफ ने मिलकर जम्मू कश्मीर में अब तक 2,34,000 बाढ़ प्रभावित लोगों को बचाया है। बाढ़ का पानी भी अब घटना शुरू हो गया है लेकिन नई मुसीबतें सामने आ रही हैं। अब प्रदेश में पेयजल की कमी की पैदा हो गई है। प्रशासन ने चेताया है कि राज्य में महामारी फैल सकती है।

पेयजल की कमी के बारे में रावलपुरा के रहने वाले इमरान खान ने बताया कि बाढ़ आने के बाद से ही हमारा इलाका पेयजल की कमी से जूझ रहा है। पेयजल संकट के अलावा महामारी के फैलने का खतरा भी मंडरा रहा है। चिकित्सा विशेषज्ञों ने बाढ़ के घटते हुए पानी में जानवरों की लाशों के तैरने के कारण महामारी फैलने के खतरे से आगाह किया है। इस बारे में गुलाम रसूल ने बताया कि बटामालू और बेमिना इलाके बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं, जहां पानी में जानवरों की लाशों को तैरते हुए देखा जा सकता है।