जबलपुर। किसानों की सुविधा और सिंचाई के लिये बनाई गई नर्मदा दार्इं तट नहर अब किसानों के काल बनकर टूट रही है. हर दूसरे दिन कहीं ना कहीं से नहर लीक होने, पूंâटने और खेतों में पानी भरने की शिकायत आ रही है. लेकिन जिम्मेदारी उदासीन बने हुये हैं. मंगलवार को एक बार फिर बरगी क्षेत्र अंतर्गत दादरा गांव के पास बांयी तट नहर फूट जाने से आसपास के खेतों और नाले- नालियों तक में पानी भर गया है. क्षेत्रीय किसानों का कहना है की कई दिनों से ही यहां लीकेज हो रहा है था, जिसकी जानकारी विभाग को दी गई थी, लेकिन कोई प्रयास नहीं की गया. जिसके नतीजे में मंगलवार को नहर पूरी तरह पूंâट गई और खेते में पानी भर गया. बताया जा रहा है कि यहां पर बड़े-बड़े केंकड़े हैं जो भीतर ही भीतर मिट्टी तो मिट्टी क्रांकीट की बनी बैंक (तट की दीवार) तक को खोखला कर देते हैं। इन्ही केंकड़ों की कारगुजारी के चलते इस बार यह नहर यहां से फू टी है। बताया जा रहा है कि केंकड़े भीतर ही भीतर इस नहर को खोखला कर चुके थे जो ऊपर से समझ नहीं आ रहा था। नहर पूâटने के बाद नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के इंजीनियर और अधिकारी मौके पर पहुंचे. फिलहाल नहर में पानी का प्रवाह रोक कर सुधार कार्य किया जा रहा है.
अधिकारियो ंकी लापरवाही बनी अभिशाप...........
स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है बार बार शिकायत के बाद भी नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारी-इंजीनियर कभी यहां झांकने तक नहीं आते हैं. इसका नतीजा यह होता है जिसे जहां से जरुरत होती है वो वहां से नहर तोड़ कर अपने खेत तक पानी ले जाता है. इसी के चलते नहर कमजोर और जर्जर होती जा रही हैं। नियमित रुप से मॉनीटरिंग और मरम्मत आदि नहीं होने के कारण यह हालात निर्मित हो जाते हैं.
जमीन के अंदर बना दी सुरंग.......
बताया जा रहा है कि यहां पर केंकड़ों ने भीतर ही भीतर चार से पांच मीटर का गड्ढा बना रखा था। सुरंगनुमा गड्ढा एक दिन में बन कर नहीं तैयार हो जाता है इसमें कई दिन लगते हैं, लेकिन कोई देखने वाला नहीं है। इसीलिए आज यह हालत हुई है। फिलहाल समाचार लिखे जाने तक स्पॉट पर सुधार कार्य किया जा रहा है।
किसानों के लिये काल बनीं बरगी नहर
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