नई दिल्ली, Google इंडिया ने लोन ऐप्स पर बड़ी कार्रवाई की है. पिछले कुछ समय से लोन ऐप्स के फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे थे. अब गूगल ने उन लोन ऐप्स को अपने गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है जो लोकल कानून और नियमों को पालन नहीं करते है. ये बातें तब सामने आई है जब लगभग 10 लोन ऐप्स को यूजर्स ने फ्लैग करना शुरू किया. तीन लोन ऐप्स को कंपनी ने प्ले स्टोर से हटा भी दिया है. इन ऐप्स को लाखों बार प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा चुका है. ये सभी लोन ऐप्स गूगल के लोन चुकाने से लेकर जो नियम हैं उन्हें तोड़ा है. Google इंडिया की एंड्रायड सिक्योरिटी और प्राइवेसी की वाइस-प्रेसिडेंट सुजैन फ्रे ने ब्लॉग लिख कर इसके बारे में जानकारी दी है.
Google ने लोन ऐप्स पर ब्लॉग लिख कर इसकी जानकारी दी है..
ब्लॉग में उन्होंने लिखा है कि उन्होंने सैकड़ों पर्सनल ऐप को रिव्यू किया है. इनमें सरकारी एजेंसी और यूजर्स द्वारा फ्लैग किए गए ऐप्स भी थे. ऐप्स जो यूजर सेफ्टी पॉलिसी का उल्लंघन कर रहे थे. उसे प्ले स्टोर से तुरंत हटा दिया गया. इसी तरह के लोन ऐप्स के डेवलपर्स से उन्होंने लोकल लॉ और रेगुलेशन को पालने करने से जुड़े सबूत पेश करने को भी कहा है. उन्होंने कहा है कि जो भी ऐप्स ऐसा नहीं करेंगे उसे तुरंत प्ले स्टोर से हटा दिया जाएगा. इसके अलावा कंपनी कानूनी एजेंसी के साथ समय-समय पर लोन ऐप्स का रिव्यू भी करती रहेगी.
60 दिन से भी कम का रिपेमेंट टाइम देते थे ये लोन ऐप्स...
जिन लोन ऐप्स को हटाया गया है उनमें से कुछ ऐप्स लोन चुकाने के लिए 60 या उस से कम दिनों का टाइम देते थे. बाद में 7 जनवरी को StuCred नाम के ऐप को प्ले स्टोर पर फिर से डाला गया. जब इसने लोन रिपेमेंट टाइम को 30 दिन से बढ़ा दिया. रॉयटर्स के मुताबिक कम से कम 6 और ऐप्स है जो लोन चुकाने के लिए बहुत कम समय देते है. इस में से कई ऐसे भी है जो 7 से भी कम दिन का टाइम देते है. कुछ ऐसे भी लोन ऐप्स है जो 10,000 रुपये जैसी छोटी रकम लेने पर 2000 रुपये तक की प्रोसेसिंग फी लेते है.
60% तक का लेते थे ब्याज..
इतना ही नहीं ये ऐप्स पैसे चुकाने के लिए 30 दिन का टाइम देते है. इसपर 60 परसेंट तक का ब्याज भी लेते है. वहीं भारतीय बैंक लोन पर 10 से 20 परसेंट का सालाना ब्याज लेती है. लोन चुकाने लिए बैंक कभी भी एक साल से कम का समय नहीं देती है. सुजेन फ्रे ने कहा कि वैसे लोन ऐप्स को ही प्लेस्टोर पर अनुमति दी गई है, जिनके लोन चुकाने का टाइम 60 दिन से अधिक है. लोन ऐप्स से कई तरह की जानकारी ली जाती है. जिसमें लोन रिपेमेंट टाइम, सालाना ब्याज दर, कुल ब्याज जैसी जानकरियां शामिल है. गूगल इंडिया ने डेवलपर्स को कहा है कि वो ही परमिशन यूजर्स से लें जो सेवा देने लिए जरूरी हो. जिससे यूजर्स की प्राइवेसी और सुरक्षा भी बनी रहें. हैदराबाद (TS) तेलंगाना पुलिस ने जब गूगल को इन संदिग्ध इंस्टेंट लोन ऐप को लेकर सवाल पूछा था. अब गूगल की ओर ये प्रतिक्रिया आई है. Google का कहना है कि 'पर्सनल लोन ऐप्स पर हाल ही में उनका ध्यान गया है. वो गूगल प्ले स्टोर पर इन ऐप्स पर की गई कार्रवाई को सभी के सामने क्लियर करना चाहते है. सूत्रों ने कहा है कि गूगल प्लेस्टोर पर इंस्टेंट लोन ऐप को ऐक्टिव रहने के लिए NBFC / RBI के अप्रूव किए हुए कागज दिखाने होंगे. जिसके लिए 5 दिन का टाइम दिया गया है.