CM येदियुरप्पा के फैसले से नाराज भाजपा विधायक बोले- जो ब्लैकमेल कर रहे, उन्हें ही मंत्री बनाया जा रहा

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को अपनी कैबिनेट में सात नए मंत्रियों को शामिल किया। इसके साथ ही पार्टी के कुछ विधायक इस विस्तार के खिलाफ खड़े हो गए हैं। विजयपुरा सिटी से भाजपा के विधायक बसनगौड़ा पाटिल यतनाल ने येदियुरप्पा पर पार्टी के ईमानदार और वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि जो लोग मुख्यमंत्री को ब्लैकमेल कर रहे हैं, उन्हें ही मंत्री बनाया जा रहा है।

पार्टी को हाईजैक करने का आरोप
बसनगौड़ा पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनके परिवार ने राज्य में पार्टी को हाईजैक कर लिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे मामले को गंभीरता से लें और राज्य से येदियुरप्पा परिवार की राजनीति को खत्म करें।

सीडी के जरिए तीन महीने से ब्लैकमेलिंग चल रही
उन्होंने दावा किया कि येदियुरप्पा को तीन लोग ब्लैकमेल कर रहे हैं। एक पॉलिटिकल सेक्रेटरी और दो मंत्री उनकी सीडी के जरिए तीन महीने से ऐसा कर रहे हैं। उनमें से एक की ओर से (जिन्हें आज मंत्री बनाया गया है) सीएम के बेटे विजयेंद्र को पैसे मुहैया कराए जाते हैं।

येदियुरप्पा से इस्तीफा मांगा
उन्होंने येदियुरप्पा से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि मैं मकर संक्रांति से पहले आपको चुनौती देता हूं कि जल्द ही आपके राजनीतिक करियर के अंत की शुरुआत हेागी और प्रधानमंत्री मोदी की लीडरशिप में नया दौर शुरू होगा।

एक और विधायक बोले- दो जिलों तक सिमटी सरकार
होन्नाली से विधायक और मुख्यमंत्री के पॉलिटिकल सेक्रेटरी एमपी रेणुकाचार्य ने भी येदियुरप्पा से नाखुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ दो जिलों तक ही सीमित हो गई है। इस पर मुख्यमंत्री और पार्टी के नेताओं को ध्यान देना होगा।

उन्होंने कहा कि हैदराबाद कर्नाटक, सेंट्रल और कोस्टल कर्नाटक के साथ अन्याय हो रहा है। सरकार और कैबिनेट सिर्फ बेंगलुरु और बेलगाम तक ही सिमट कर रह गई है। मैं खुश नहीं हूं, लेकिन किससे इस बारे में बात करूं?

कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए MLC भी खुश नहीं
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए MLC एएच विश्वनाथ ने येदियुरप्पा पर वादे नहीं निभाने का आरोप लगाया। उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि आखिर क्यों एक्साइज मिनिस्टर एच नागेश को छोड़ दिया गया और आरअसार नगर विधायक मुनिरत्ना को कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया।

उन्होंने कहा कि जिनके बलिदानों की वजह से आप मुख्यमंत्री बने, उन्हें दरकिनार कर आप ऐसे लोगों को मंत्री बना रहे हैं, जिन पर धोखाधड़ी का केस चल रहा है। उन्होंने पूछा कि क्या आप ऐसे लोगों को सिर्फ इसलिए मंत्री बना रहे हैं, क्योंकि वे आपको ब्लैकमेल कर रहे हैं।

MLA और MLC समेत कुल सात मंत्री बने
कर्नाटक कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत 27 मंत्री थे। मंत्रिमंडल में सात की जगह खाली थी। ऐसे में बुधवार को येदियुरप्पा सरकार ने 17 महीने पुरानी सरकार के कैबिनेट विस्तार का ऐलान किया। MLA उमेश कट्टी, अरविंद लिंबावली, मुर्गेश निरानी, सीपी योगेश्वर, एस अंगारा समेत MLC एमटीबी नागराज और शंकर आर को मंत्री बनाया गया।

कांग्रेस-JDS की सरकार गिरने के बाद CM बने थे येदियुरप्पा
येदियुरप्पा ने 26 जुलाई 2019 को चौथी बार CM पद की शपथ ली थी। कांग्रेस के समर्थन वाली JDS सरकार गिरने के बाद उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। इससे पहले कांग्रेस ने 76 विधायक होने के बावजूद 37 सीटों वाली पार्टी JDS के एचडी कुमारस्वामी को मुख्यमंत्री बनवाया था।

बाद में दोनों पार्टियों के कई विधायक टूटकर भाजपा में आ गए थे। विधानसभा स्पीकर ने उन्हें अयोग्य करार दे दिया था। बाद में हुए उपचुनाव में 11 बागी विधायकों ने जीत हासिल की थी। इनमें से 10 मंत्री बने थे।